भागलपुर: तकरीबन 30 लाख खर्च के बाद भी राष्ट्रीय उच्च पथ के शहरी भाग की सड़क दुरुस्त नहीं हो सकी है. महीनों बीतने पर भी कार्य प्रगति शून्य है. सड़क की स्थिति जो पहले थी, वही आज भी है. इसका मॉनीटरिंग सही से नहीं हो रही है.
फिलहाल सड़क को दुरुस्त करने के लिए फिर से 12 करोड़ रुपये खर्च किया जा रहा है. गड्ढे पहले से ज्यादा दिख रहे हैं. लोगों की मौत गड्ढों के कारण दुर्घटना में हो रही है. बीते शनिवार को गड्ढों के कारण अनियंत्रित ट्रक की चपेट में आने से माउंट असीसी की कक्षा तीन की छात्र आद्या वैष्णवी उर्फ गौरी की मौत हो चुकी है. फिर भी विभाग सचेत नहीं हो सका है. रविवार को नो इंट्री की छूट रहने से सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम था.
सड़कें खाली-खली दिख रही थी. फिर भी तिलकामांझी से जीरोमाइल के बीच दो मोटर साइकिल की टक्कर हो गयी. टक्कर गड्ढों के कारण मोटरसाइकिल अनियंत्रित होने से हुई. मामूली टक्कर के कारण दोनों मोटरसाइकिल सवार के बीच हल्की बकझक हुई. दोनों अपनी-अपनी दिशा में निकल गये. सड़क जजर्र हो जाने से रोजाना वाहनों के बीच मामूली टक्कर हो रही है. इस पर ध्यान किसी का नहीं जा रहा है.
विभाग ठेकेदार पर नहीं बना रहा दबाव : एनएच विभाग ठेकेदार पर काम में तेजी लाने को लेकर दबाव नहीं बना पा रहा है. नतीजतन कार्य की प्रगति धीमी है. विभाग व ठेकेदार के बीच क्या माजरा है, वे खुद जाने. लेकिन नुकसान लोगों का हो रहा है. आवागमन को लेकर सतर्कता बरतने पर भी दुर्घटनाएं हो रही हैं. दुर्घटना पर रोक तब लग सकती है, जब आवागमन के लिए लोगों को बेहतर सड़क मिलेगी.