डॉक्टरों ने परिजनों को दौड़ा कर पीटा, महिलाएं भी हुईं चोटिल
भागलपुर : मायागंज स्थित जेएलएनएमसीएच अस्पताल शनिवार को एक बार फिर रणभूमि में बदल गया. डॉक्टरों ने मरीज की मौत पर विरोध कर रहे परिजनों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. चिकित्सकों का आरोप है कि साहेबगंज (झारखंड) की महिला बिमला देवी की मौत के बाद परिजनों ने चिकित्सकों की पिटाई कर दी. इसके बाद परिजनों की पिटाई की गयी है.
इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद 10:40 में अधीक्षक डॉ आरसी मंडल इमरजेंसी आये और ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों से बात की.
क्या है मामला
साहेबगंज(झारखंड) के केंदुआ की 50 वर्षीय महिला बिमला देवी को 29 जुलाई को उनके पुत्र विभाष ने इलाज के लिए जेएलएनएमसीएच में भरती कराया. चिकित्सकों ने जांच करने के बाद उसे सजर्री वार्ड में भेज दिया. सजर्री में डॉ जेपी सिन्हा, डॉ अशोक राय व अन्य चिकित्सकों ने उसके पैर (तलवा) का ऑपरेशन किया और परिजनों को खून की व्यवस्था करने को कहा. उसके शरीर में मात्र तीन ग्राम रक्त बचा हुआ था.
इमरजेंसी रजिस्टर के अनुसार शुक्रवार की सुबह नौ बजे ब्लड चढ़ाया गया और रात 08:50 में उसकी मौत हो गयी. रात भर विभाष किसी तरह अस्पताल में रहा और शनिवार की सुबह तक उसके परिजन भी अस्पताल आ गये थे. इसी दौरान वह दो और परिजनों के साथ पीजी छात्रवास के सामने चिकित्सकों को गाली-गलौज करने लगा. इसके बाद जब चिकित्सक डॉ गौतम, डॉ अमित और डॉ प्रकाश पांडेय आये तो उनके साथ हाथापाई शुरू कर दी.
इसके बाद चिकित्सकों ने इंटर्न हॉस्टल से जूनियर डॉक्टरों को बुलाया और विभाष की पिटाई कर दी. जब विभाष भाग कर इमरजेंसी आया तो सुरक्षा गार्ड ने उसे वहां से भागने की सलाह दी. इस पर वह वहां से भाग गया.