भागलपुर : रणधीर तेजाब मामले में थाना स्तर से कार्रवाई नहीं होने से खफा परिजनों ने डीआइजी से गुहार लगा सिटी एसपी से जांच कराने की मांग की है. रणधीर की मां सरिता देवी ने आरोप लगाते हुए कहा कि थाना प्रभारी ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. ऐसे में लगता है मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया जा रहा है.
पुलिस को सौंपा मेडिकल रिपोर्ट कार्रवाई की उम्मीद : सरिता देवी ने बताया पुलिस को रणधीर का मेडिकल रिपोर्ट सौंप दिया गया है. डॉक्टर के अनुसार तेजाब से रणधीर का हर्ट ब्लॉक हो चुका है. इसका इंडोस्कोपी किया गया है. डॉक्टर लगातार उसे बचाने का प्रयास कर रहे हैं.
जीवन की संभावना धीरे-धीरे खत्म हो रही है. पुलिस कार्रवाई समझ से परे है. थाना जाने पर कहा जाता है आप का बेटा खुद उठा कर तेजाब पी लिया. इसकी जानकारी पुलिस को कैसे हो गयी. क्या कोई खुद से यह काम कर सकता है. अब तक तेजाब को जब्त नहीं किया गया है. उस पर आरोपित खुले में धूम रहे हैं. हमें होटल का कमरा छोड़ने के लिए धमकी दी जा रही है.
मामले की जानकारी थाने को भी दी गयी, लेकिन कार्रवाई अब तक नहीं हो पायी है. पुलिस जांच में पूरी तरह से लापरवाही बरती जा रही है. ऐसे में सिटी एसपी ही मामले में मुझे इंसाफ दे दिला सकते हैं. होटल मालिक का नाम एफआइआर में बाद में दिया गया, लेकिन अब तक नाम तक नहीं जोड़ा गया है. ऐसे में हमें थाना स्तर से इंसाफ की उम्मीद नहीं है.
क्या है तेजाब मामला : 16 सितंबर को रणधीर अपने बीमार पिता को लेकर डॉक्टर के पास आये. तबीयत में सुधार देख कर पिता को होटल में रणधीर ने रखा था. होटल में आने पर रणधीर ने मैनेजर से पानी मांगा. नहीं मिलने पर इसके भाई ने मैनेजर से पूछ कर पानी के बोतल में रखे तेजाब को लेकर चला गया. तेजाब को पानी के रूप में पीने के बाद रणधीर के शरीर का अंदरूनी अंग जल गया. गंभीर हालत में रणधीर को मायागंज अस्पताल लाया गया. यहां से उसको सिलीगुड़ी रेफर कर दिया गया. जहां रणधीर की हालत गंभीर बनी हुई है.