भागलपुर: थानों में ठेलको जीप के दिन अब लदनेवाले हैं. भागलपुर पुलिस को 15 थार जीप मिल गयी है. अब ‘थार’ के जरिये पुलिस अपराधियों तक पहुंचेगी. पहले उग्रवाद प्रभावित जिलों में राज्य सरकार ने इस जीप की आपूर्ति की थी.
पहाड़ और जंगल में यह वाहन काफी सफल रहा. इसके बाद अन्य जिलों में इसकी आपूर्ति की गयी है. सारी जीप फिलहाल पुलिस लाइन में रखी गयी है. एक जीप को आइजी के एस्कार्ट के लिए दिया गया है. किन-किन थानों में जीप की आपूर्ति होनी है, अभी इस पर निर्णय नहीं लिया गया है. लेकिन जिन थानों में खटारा के जरिये गश्ती होती है, पहले फेज में उन थानों को थार जीप दी जायेगी.
अपराधियों का पीछा करने में हांफने लगती है पुलिस जीप. जिले के अधिकांश थानों की जीप का हाल एक जैसा है. इन जीपों में कुछ न कुछ खराबी है. नतीजतन लग्जरी वाहनों पर सवार अपराधी का पीछा करने में भागलपुर पुलिस हांफने लगती है. विवि थाने की जीप से दो बार दुर्घटना हो चुकी है. जीप के धक्के से छात्र अंशुराज की मौत हो गयी थी. थानों की जीप 40 से अधिक स्पीड होने पर धुआं फेंकने लगती है. अधिकांश जीप में पिकअप नहीं के बराबर है. इंजन में खराबी की वजह से ब्रेक मारने पर असंतुलन का खतरा बना रहता है. गियर, क्लच में भी खराबी है. बबरगंज, ललमटिया, विवि, मधुसूदनपुर आदि थानों की जीप का स्थिति काफी खराब है. कोतवाली और नाथनगर थाने की सफेद जिप्सी कभी भी खराब हो जाती है.