भागलपुर : प्रधान सचिव के निर्देश पर एक माह की तैयारी के बाद सरकारी अस्पताल में सोमवार से स्वच्छता पखवाड़ा आरंभ हो गया. सदर अस्पताल से लेकर मायागंज अस्पताल में अंदर बाहर सफाई की पूरी व्यवस्था थी. सुबह ही जेएलएनएमसीएच के अंदर का कचरा परिसर के पीछे फेंक दिया गया. इस कचरे से काम की चीज खोजने के लिए सिनर्जी कंपनी ने अपने दो कर्मचारियों को यहां लगा रखा है.
जो संक्रमित सूई, कॉटन और अन्य चीजों के बीच से कंपनी के काम की चीज को खोज कर निकालते हैं. इन्हें इस बात जानकारी भी है कि सूई अगर पैर में चुभ गयी तो संक्रमण हो सकता है. इसके बाद भी चप्पल पहन कर वे काम करने को विवश हैं.
रोज का काम है : अपने बेटे के साथ कचरा चुन रहे हरि दास ने बताया कि यह उसके रोज का काम है. जूता की सुविधा कंपनी ने दी थी. जूता फटने के बाद उन्होंने कंपनी से नयी मांगी है. उम्मीद है कि एक माह के अंदर यह उपलब्ध हो जायेगा. सूई पैर में न चुभे इसके लिए मोटा चप्पल पहनते हैं. इसके बाद भी कभी-कभी सूई से खरोंच लग जाती है.
वहीं सिनर्जी कंपनी के मैनेजर चंद्रवंशी ने बताया कि अस्पताल में हमारी सेवा उपलब्ध है. तीन तरह का डिब्बा दिया गया है. इसके बाद भी कचरे का बेहतर प्रबंधन कर हमें नहीं दिया जाता है. ऐसे में जो कचरा अस्पताल प्रबंधन बाहर फेंक देता है, उससे हम अपने काम की चीज निकाल कर मंगवा लेते हैं. जूता हरेक कर्मचारी को दिया गया है, पर वह खराब न हो जाये, इसलिए कर्मचारी जूता पहनने से बचते हैं.