भागलपुर : जब्त पासपोर्ट को जब नहीं हासिल कर सके, तो दूसरा पासपोर्ट बनवाने के जुगाड़ में लग गये थे बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के पूर्व कुलपति सह तारापुर विधायक मेवालाल चौधरी. इनकी यह प्लानिंग पुलिस वेरिफिकेशन में एक बार फिर पकड़ में आ गयी. हरकत में आये पुलिस प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता […]
भागलपुर : जब्त पासपोर्ट को जब नहीं हासिल कर सके, तो दूसरा पासपोर्ट बनवाने के जुगाड़ में लग गये थे बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के पूर्व कुलपति सह तारापुर विधायक मेवालाल चौधरी. इनकी यह प्लानिंग पुलिस वेरिफिकेशन में एक बार फिर पकड़ में आ गयी. हरकत में आये पुलिस प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल रिपोर्ट क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय को भेज दिया. रीजनल पासपोर्ट कार्यालय को भेजी अपनी रिपोर्ट में पुलिस ने कहा कि इनके खिलाफ आर्थिक-आपराधिक जांच चल रही है. ऐसे में नया पासपोर्ट जारी न किया जाये. यह मामला प्रकाश में आने के बाद एक बार फिर यह चर्चा चल निकली है कि बीएयू में हुए फर्जी नियुक्ति घोटाले में अपनी गर्दन फंसी देख कहीं पूर्व कुलपति विदेश भागने की फिराक में तो नहीं हैं.
हुआ यह कि बीएयू के पूर्व कुलपति श्री चौधरी ने नया पासपोर्ट बनवाने के लिए सबौर वाले पते से आॅनलाइन अप्लाई किया था. पासपोर्ट कार्यालय ने इनके आवेदन काे फाॅरवर्ड करते हुए पुलिस वेरिफिकेशन के लिए भागलपुर एवं सबौर पुलिस के पास भेजा था. पुलिस ने पूर्व कुलपति के आवेदन को देखा तो इसकी सूचना जिले के पुलिस अधिकारी को दी. इसके बाद पुलिस ने पूर्व कुलपति के खिलाफ चल रहे आपराधिक मामले का हवाला देते हुए नया पासपोर्ट जारी नहीं करने संबंधी रिपोर्ट क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय को भेज दी.
जब्त हुए पासपोर्ट को छुड़ाने के लिए भी प्रयास कर चुके हैं पूर्व कुलपति
डॉ मेवालाल चौधरी ने हाल में ही भागलपुर के विदेश शाखा में आवेदन देकर अपने जब्त हुए पासपोर्ट को रिलीज करने करने का आग्रह किया था. सबौर पुलिस ने तब भी इनके खिलाफ रिपोर्ट दी थी, जिससे इनके पासपोर्ट रिलीज कराने की मंशा पर पानी फिर गया था.
आॅस्ट्रेलिया जाने के प्रयास में दिल्ली में डिटेन किये जा चुके हैं पूर्व कुलपति
सात जनवरी को अपने बेटे के पास ऑस्ट्रेलिया जा रहे पूर्व कुलपति सह विधायक मेवालाल चौधरी को दिल्ली एयरपोर्ट पर एयरपोर्ट अधिकारियों ने इनके खिलाफ ब्लू काॅर्नर नोटिस जारी होने पर डिटेन कर लिया था. बाद में भागलपुर एसएसपी से जब एयरपोर्ट अधिकारियों ने पूछताछ की, तब जाकर इन्हें छोड़ा गया था.
मेवालाल चौधरी के खिलाफ लंबित मामले की कार्रवाई संबंधी रिपोर्ट क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय को भेज दी गयी है. अब पासपोर्ट संबंधी निर्णय का अधिकार क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय का है.
मनोज कुमार, एसएसपी भागलपुर