भागलपुर : हनुमान सीढ़ी घाट के किनारे 20 नवंबर की रात में विस्फोट में घायल मछुआरे का वह कथन शुक्रवार को झूठा निकला, जिसमें उसने बताया था कि उसने पाॅलीथिन में लिपटे बम को पैर से मारा था, जिसके विस्फोट में वह घायल हो गया था. एफएसएल की टीम ने शुक्रवार को घटनास्थल व ग्रामीणों के बताये गये बम विस्फोट वाले स्थल का निरीक्षण किया,
जहां से बम विस्फोट होने जैसा कोई सबूत टीम को नहीं मिला. बरारी थानाध्यक्ष रोहित कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार को विश्वनाथ राजवंशी के बताये स्थान व ग्रामीणों द्वारा बताये गये मधु चौक स्थित मो हाफिज के मकान में एफएसएल की टीम गयी. वहां से उसे बम विस्फोट होने जैसा कोई सबूत नहीं मिला. इसके बाद बरारी पुलिस ने विश्वनाथ से फर्द बयान लेने के बाद उसे रिहा कर चेतावनी दी कि जब तक इस मामले की जांच चल रही है, तब तक वह बिना सूचना शहर से बाहर कहीं नहीं जायेगा.