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वैष्णवी की मौत से सभी सदमे में

* कल तक जिस घर में गूंजती थी खिलखिलाहट, आज पसरा है मातमी सन्नाटासबौर : रानीतालाब क्षेत्र अंतर्गत गंगा किनारे वसा गंगा बिहार कॉलोनी में के एक नव निर्मित मकान में शनिवार को वीरानी सन्नाटा पसरा था. वीरान होता भी कैसे नहीं घर में अपनी चुलबुली अदाओं से सब का मन मोह लेनेवाली लाडली भगवान […]

* कल तक जिस घर में गूंजती थी खिलखिलाहट, आज पसरा है मातमी सन्नाटा
सबौर : रानीतालाब क्षेत्र अंतर्गत गंगा किनारे वसा गंगा बिहार कॉलोनी में के एक नव निर्मित मकान में शनिवार को वीरानी सन्नाटा पसरा था. वीरान होता भी कैसे नहीं घर में अपनी चुलबुली अदाओं से सब का मन मोह लेनेवाली लाडली भगवान को प्यारी हो गयी थी.

मां रश्मि रानी सदमे में थीं. उनको क्या पता था कि अपने चाचा के साथ स्कूल जाने वाली उसकी लाडली आद्या वैष्णवी (9) अब लौट कर कभी वापस नहीं आयेगी. पिता की बात करें तो उनकी जबान साथ नहीं दे रही थी वह कुछ भी कहने के स्थिति में नहीं थे. बस चुप चाप लोगों का मुंह देख रहे थे.

ग्रामीण सूत्रों के अनुसार संजय कुमार मिश्र प्राइवेट कोचिंग में पढ़ाते हैं. उससे जो उपाजर्न होता है उससे ही वह काफी खुश थे. सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था. परिवार में पत्नी और एक लड़की आद्या वैष्णवी(9), पुत्र पियूष कुमार (8) इस घर में रहते थे. दो वर्ष पूर्व से ही इस नये मकान में रह रहे हैं.

मास्टर जी का भाई राजीव कुमार मिश्र बड़ी पोस्टऑफिस के पास पड़ोस की बच्ची आदित्या आर्या के साथ तीन में पढ़ने वाली अपनी भतीजी को लेकर स्कूल जा रहा था. इसी दौरान ट्रक की चपेट में आने से आद्या वैष्णवी की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी.

* क्लास में आती थी प्रथम
आद्या पढ़ाई में भी अव्वल थी. वह हमेशा अपनी कक्षा में प्रथम आती थी. पड़ोस के प्रकाश, चमकलाल, महादेव, राम नरेश सहित कई लोग दुर्घटना में हुई उसकी मौत से शोकाकुल थे. लोगों का कहना था कि लड़की इतनी चंचल थी कि सब से घुल मिल जाती थी. बच्चे तो कॉलोनी में बहुत हैं लेकिन वह सभी से अलग थी. वह क्लास में भी अव्वल आती थी. लेकिन काल के क्रूर हाथों ने उसे असमय ही छीन लिया.

* क्लास टॉपर थी आद्या वैष्णवी
भागलपुर : आद्या वैष्णवी अपनी कक्षा में हमेशा टॉपर रही. रोसलेट ने बताया कि वैष्णवी पढ़ाई में भी उतनी ही तेज थी, जितनी कि व्यवहार में. किसी से भी घुलने-मिलने में उसे वक्त नहीं लगता था. आद्या वैष्णवी माउंट असीसि स्कूल जूनियर सेक्शन में क्वायर (गायक -मंडल) की सदस्य थी.

वैष्णवी अपने ग्रुप के साथ प्रार्थना में प्रतिदिन भाग लेती थी और इसके बाद क्लास शुरू होती थी. अब माउंट असीसि में होनेवाले कार्यक्रम और प्रार्थना में वैष्णवी की मीठी आवाज सुनने को नहीं मिलेगी. यह सोच कर उनकी क्लास टीचर रोसलेट काफी मर्माहत हैं.

* क्विज में भाग लेना था उसे
माउंट असीसि स्कूल में शनिवार को गणित विषय पर क्विज का आयोजन होना था. इसके लिए वर्ग तीन, चार व पांच के 24 बच्चों का चयन किया गया था. इनमें तीसरी कक्षा की आद्या वैष्णवी का भी चयन हुआ था, लेकिन स्कूल पहुंचने से पहले ही वह काल के गाल में चली गयी.

* सूने हो गये पापा के कंधे
पापा के कंधे पर हाथ फंसा कर झूला करती थी वो. अब कौन झूलेगी. छोटे भाई के साथ छोटे-छोटे झगड़े घर में हर दिन आयोजन की तरह महसूस कराता था लोगों को. अब उस मासूम भाई से कौन झगड़ेगा, कौन बांधेगी राखी. बिटिया वैष्णवी का हर दिन स्कूल से घर आने के वक्त मां का इंतजार भी तो सदा के लिए समाप्त हो गया. अब तो चाचा को भी दुकान में टॉफी खरीदते वक्त वो याद आयेगी.

* अस्पताल जाने में लगा एक घंटा
तिलकामांझी में दुर्घटना के शिकार बच्ची की मौत होने के बाद खंजरपुर होकर जेएलएनएमसीएच जाने में मरीजों व अन्य लोगों को एक घंटे का समय लगा. इस दौरान स्वास्थ्य महाकुंभ में अस्पताल से जाने वाले चिकित्सकों को भी काफी देर तक जाम में फंसे रहना पड़ा. सजर्री विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ यू नाथ, डॉ महेश कुमार सहित अन्य कई चिकित्सकों को पैदल अस्पताल जाना पड़ा. बरारी थाने की पुलिस आयी तब जाम से लोगों को निजात मिली.

* क्यों नहीं बदला ट्रक का रूट
भागलपुर : माउंट असीसि की छात्र की ट्रक के धक्के से मौत के बाद गुस्साये लोगों ने पुलिस पदाधिकारियों से कहा कि आप लोग ऑटो के रूट को चेंज कर दिया, लेकिन इन ट्रकों के रूट में क्यों नहीं परिवर्तन करते हैं. स्कूली बच्चों के कुछ अभिभावक व युवा लड़कों ने एक स्वर में कहा कि ट्रक से 50 और ट्रैक्टर से 20 रुपया लेते हैं. इसी कारण इनके रूट को नहीं बदल रहे हैं.

सुधांशु कुमार, छोटू, विजय, मोइन सहित दर्जनों युवकों ने कहा कि स्कूल समय में इन ट्रकों के प्रवेश पर रोक लगायी जाये. उन्होंने कहा कि ट्रक की गति सीमा पर भी रोक लगाया जाये.

* जलाया टायर
घटना के बाद लोगों ने टायर जला कर अपना विरोध किया. लोगों ने बांस व निगम के ट्रैक्टर को लगा कर तिलकामांझी को जाम करने की कोशिश की. काफी समझाने के बाद लोगों ने जाम को हटाया. जाम हटाने एसडीओ सुनील कुमार, सीटी डीएसपी वीणा कुमारी, इंस्पेक्टर अमरनाथ तिवारी,तिलकामांझी थाना प्रभारी,यातायात प्रभारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों की तैनाती की गयी थी. ब्रज वाहन को भी मंगाया गया था.

* ट्रक के प्रवेश पर रहेगी रोक
सीटी डीएसपी वीणा कुमारी ने लोगों की बात को मानते हुए कहा कि स्कूल टाइम में सुबह छह बजे से सात तक ट्रक व ट्रैक्टरों के प्रवेश पर रोक रहेगी. इस अवधि में शहर में इन दोनों गाड़ी के प्रवेश को देखा गया, तो कार्रवाई होगी.

* तिलकामांझी पुलिस पर आक्रोशित दिखे लोग
भागलपुर : एक छात्र की मौत हो गयी थी, दूसरी छात्र व मोटरसाइकिल चालक घायल था. इसकी सूचना तिलकामांझी पुलिस को दी गयी. तिलका मांझी पुलिस से कहा गया कि वे अपनी जीप से घायलों को अस्पताल पहुंचा दें, लेकिन थाना से यह कह कर उन्हें लौटा दिया गया कि थानाध्यक्ष की उपस्थिति के बिना यह संभव नहीं है. परिणामत: कुछ देर बाद तिलकामांझी पुलिस को आक्रोश का सामना करना पड़ा.

* डिक्की ने ले ली जान
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दो छात्राएं मोटरसाइकिल पर पीछे बैठी थी. एनएच 80 की हालत खास्ता थी. मोटरसाइकिल आगे थी, जबकि ट्रक पीछे. इस बीच एक छात्र का पैर डिक्की के कारण बाहर था. पैर में हलकी ठोकर लगने के कारण मोटरसाइकिल अनियंत्रित हो कर गिर गया. लोगों ने बताया कि खराब सड़क दुर्घटना का कारण बना.

* लोगों ने ट्रक को जलने से बचाया
थाना से चंद कदमों की दूरी पर एक होंडा मोटरसाइकिल पड़ी थी. पास ही एक ट्रक गिरा पड़ा था. लोग कयास लगा रहे थे कि इसी ट्रक के कारण हादसा हुआ होगा. कुछ लोग इस ट्रक को जला देना चाहते थे. लेकिन इस बीच कुछ ऐसे भी लोग थे तो क्षति करना नहीं चाहते थे. बाद में लोगों को पता चला कि यह ट्रक देर रात संतुलन बिगड़ने के कारण घटनास्थल पर पूर्व से गिरी थी.

* चाचा व दादी का रो-रोकर बुरा हाल
घटना के बाद मृत छात्र के चाचा व दादी का रो-रोकर बुरा हाल था. लोग ढाढ़स बंधा रहे थे लेकिन उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था. छात्र के चाचा को जब बरारी के पुलिस अवर निरीक्षक रजी अहमद ने बयान दर्ज कराने को कहा तो उन्हें बयान देने में काफी समय लग गये.

* चाचा के साथ जाने की जिद कर रही थी गौरी
विधाता को शायद यही मंजूर था. तभी तो यह घटना घटी. गौरी के लिए स्कूल बस की व्यवस्था थी. उसके चाचा राजीव कुमार मिश्र के प्राथमिक विद्यालय टीएनबी कॉलेजिएट जाने का समय भी वही था, जिस समय गौरी माउंट असिसि स्कूल जाती थी. वह अपने चाचा के साथ जाने की जिद करती थी. यही स्थिति थी उसके पड़ोसी अशोक कुमार दास के बेटी अदिति आर्या की.

दोनों छात्राएं सहेली भी थी. अदिति की मां शालिनी दास ने बताया कि स्कूल बस के लेट हो जाने के कारण बच्चियां मोटरसाइकिल से जाती थी. बता दें कि अदिति के एक पांच में जख्म हुए हैं.

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