भागलपुर: आदर्श उच्च विद्यालय तुलसीपुर जमुनियां खरीक में चल रहे एकलव्य राज्य आवासीय प्रशिक्षण केंद्र को जिलाधिकारी के निर्देश पर उच्च विद्यालय साहू परबत्ता (नवगछिया) स्थानांतरित कर दिया गया है. इस आशय का पत्र जिलाधिकारी ने खेल विभाग के सचिव को भेजा है. सब कुछ ठीक ठाक रहा, तो एक सप्ताह के भीतर उच्च विद्यालय साहू परबत्ता में एकलव्य प्रशिक्षण केंद्र शुरू हो जायेगा.
इसमें एथलेटिक्स व वॉलीबॉल खेल का प्रशिक्षण दिया जायेगा. साथ ही एकलव्य केंद्र कोच के वेतन पर जिलाधिकारी ने रोक लगा दी है. बता दें कि प्रभारी सह आदर्श उच्च विद्यालय तुलसीपुर जमुनियां के प्राचार्य मनोरंजन कुमार सिंह व एकलव्य कोच के बीच पिछले कुछ दिनों से आवंटन को लेकर विवाद चल रहा था. हालांकि जिला खेल विभाग के अधिकारी ने एकलव्य प्रभारी व कोच के बीच सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास भी किया लेकिन विवाद गहराता चला गया.
मापदंड के अनुसार है मैदान
उच्च विद्यालय साहू परबत्ता का खेल मैदान एथलेटिक्स मापदंड के अनुसार है. 400 मीटर दौड़ के लिए ट्रैक बना है. जबकि आदर्श उच्च विद्यालय तुलसीपुर एथलेटिक्स खेल के मापदंड पर खरा नहीं उतर रहा था. इधर, उच्च विद्यालय साहु परबत्ता में एकलव्य प्रशिक्षण केंद्र बनाये जाने पर के प्राचार्य व शिक्षकों में खुशी है.
कब से है स्थापित
वर्ष 2009 में एकलव्य आरंभ हुआ. दो वर्ष से सब ठीक -ठाक चला. इसके बाद से लगातार स्कूल के प्राचार्य के बदलने के कारण एकलव्य की स्थिति गड़बड़ होने लगी.
क्या था मामला
कोच कुमार हीरा व चंद्र भूषण सिंह ने बताया कि आवंटन नहीं मिलने के कारण वर्ष 2012 के दिसंबर से प्रशिक्षण केंद्र बंद रहा. इस दौरान छात्रों को एकलव्य में रखने के लिए उधार पर सारी व्यवस्था की गयी और आवंटन मिलने पर उधार चुकता करने की बात हुई थी. मार्च में सत्र 2012-13 के लिए 12 लाख रुपये एकलव्य खाता में मुख्यालय ने भेजा. लेकिन आवंटन मिलने के बाद एकलव्य प्रभारी सह प्राचार्य व कोच के बीच किसी बात पर मतभेद उत्पन्न हो गया. लिहाजा आज भी कई दुकानदारों के पैसे एकलव्य प्रशिक्षण केंद्र पर बकाया हैं. एकलव्य प्रभारी मनोरंजन कुमार सिंह का कहना था कि एकलव्य पर बकाया राशि की रसीद कोच से मांगी गयी थी, लेकिन कोच ने रसीद उपलब्ध नहीं करायी. शिकायत मिलने पर जिला खेल विभाग के पदाधिकारी बलबीर यादव ने तुलसीपुर एकलव्य की जांच की और जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपी. तत्कालीन जिलाधिकारी प्रेम सिंह मीणा ने दोनों पक्षों को बुला कर तीन माह के अंदर एकलव्य की व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया. अंतत: जब एकलव्य केंद्र में कोई सुधार नहीं हुआ तो नये जिलाधिकारी बी कार्तिकेय ने मामले की नये सिरे से जांच करायी और जिलाधिकारी के आदेशानुसार डीडीसी डॉ चंद्र शेखर सिंह ने एकलव्य प्रशिक्षण केंद्र को आदर्श उच्च विद्यालय तुलसीपुर से उच्च विद्यालय साहू परबत्ता स्थानांतरित कर दिया.