बेगूसराय(नगर) : बिहार में नीतीश कुमार की सरकार किसान व मजदूर विरोधी सरकार है. नीतीश कुमार की सरकार गरीबों के मुंह की रोटी छिनना और मोदी के रास्ते पर चलना बंद करें अन्यथा हमारी पार्टी लड़ाई को और तेज करेगी. उक्त बातें समाहरणालय पर भाकपा माले व खेमस के द्वारा आयोजित धरना को संबोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव दिवाकर कुमार ने कहीं. उन्होंने कहा कि किसानों से दाना खरीदना,समर्थन मूल्य देना एवं गरीबों के बीच दाना वितरण से केंद्र व राज्य सरकार जवाबदेही से भागना चाहती है. उन्होंने खाद्य सुरक्षा में कैश ट्रांसफर योजना का पुरजोर विरोध किया.
इस मौके पर खेमस के जिला सचिव चंद्रदेव वर्मा ने कहा कि साजिश के तहत विभिन्न शर्त्त लगाकर गरीबों को चुनाव लड़ने से रोकने की कार्रवाई की जा रही है. जो लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है. उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा, रोटी,रोजगार के सवाल पर गरीबों का संघर्ष जारी रहेगा.
धरना को नूर आलम, मरजीना खातुन, उमेश बैैठा, बैजू सिंह, मो इसराफिल, मांटो पासवान, गौरी पासवान, रामचंद्र राम, आइसा नेता नीरज कुमार, रामबालक सहनी समेत अन्य लोगों ने मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा. बाद में 9 सूत्री मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा. इस मौके पर माले नेता बैजू सिंह ने तेघड़ा और बलिया में डिग्री कॉलेज निर्माण मामले में लगी रोक को वापस लेने की मांग की है.