गढ़पुरा (बेगूसराय) . प्रखंड क्षेत्र में आयी फैलिन की तेज हवा व बारिश से किसानों पर पहाड़ टूट पड़ा है. सबसे ज्यादा नुकसान खेतिहर किसानों को हुआ है. इस क्षेत्र की मुख्य फसल गन्ना है. तूफान के कारण सैकड़ों एकड़ में लगी गóो की फसल धरती पर सो गयी है. सैकड़ों किसान बरबादी के कगार पर दिखाई दे रहे हैं. मोरतर के कैलाश राय 15 एकड़, युगल किशोर राय 25 एकड़, हरखपुरा के गोपाल राय 20 एकड़, कौरैय के यदुनंदन प्रसाद सिंह 20 एकड़, शशिभूषण सिंह 18 एकड़, राज किशोर चौधरी 20 एकड़, अनंत कुमार सिंह चार एकड़, रामप्रकाश सिंह, मनीष कुमार 10 एकड़ आदि ऐसे प्रगतिशील किसान हैं, जिनकी फसल नष्ट हो गयी है. हसनपुर चीनी मिल के उपाध्यक्ष शंभु प्रसाद राय ने बुधवार को क्षेत्र के विभिन्न गांवों के बहियारों का दौरा कर तबाही से नुकसान का जायजा लिया. उन्होंने कहा है कि मिल गेट एरिया के अंतर्गत 42 हजार एकड़ में लगी गóो की फसल धराशायी हो गयी है. इस संबंध में राज्य के गन्ना मंत्री संयुक्त निदेशक गन्ना उद्योग विभाग, पटना को सूचित किया गया है. नावकोठी संवाददाता के अनुसार, प्रखंड में चक्रवाती तूफान का कहर गóो की 1600 एकड़ पर पड़ा है. गóो की पूरी फसल धरती पर गिर गयी है. प्रगतिशील किसान यशवंत कुमार ने बताया कि किसानों ने ऊंची ब्याज दर पर ऋण लेकर खेती की थी. नावकोठी के अजय कुमार, जयशंकर सिंह, महेशवारा के अरुण सिंह, वृंदावन के चंदन, पहसारा के रामनाथ सिंह, मुकेश कुमार, अनिल सिंह, नीरज कुमार, अरुण कुमार आदि की फसल चौपट हो गयी. युवा जदयू प्रखंड अध्यक्ष मुकेश कुमार, युवा लोजपा के जिलाध्यक्ष घनश्याम कुमार ने पीड़ित किसानों को मुआवजा देने की मांग सरकार से की है.
42 हजार एकड़ में लगी फसल बरबाद
गढ़पुरा (बेगूसराय) . प्रखंड क्षेत्र में आयी फैलिन की तेज हवा व बारिश से किसानों पर पहाड़ टूट पड़ा है. सबसे ज्यादा नुकसान खेतिहर किसानों को हुआ है. इस क्षेत्र की मुख्य फसल गन्ना है. तूफान के कारण सैकड़ों एकड़ में लगी गóो की फसल धरती पर सो गयी है. सैकड़ों किसान बरबादी के कगार […]
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