15.9 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

तीन के बदले तेरह हजार में भी नहीं मिल रहा बालू

समस्या . बालू को लेकर बाजारों में छायी वीरानगी बेगूसराय : जिले में बालू को लेकर वीरानगी छायी हुई है. पिछले दो माह से बालू नहीं मिल रहा है. नतीजा है कि जहां भवन निर्माण से लेकर अन्य कार्य ठप पड़े हुए हैं वहीं राज मिस्त्री,मजदूरों से लेकर दुकानदारों की रोजी-रोटी ठप पड़ गयी है. […]

समस्या . बालू को लेकर बाजारों में छायी वीरानगी

बेगूसराय : जिले में बालू को लेकर वीरानगी छायी हुई है. पिछले दो माह से बालू नहीं मिल रहा है. नतीजा है कि जहां भवन निर्माण से लेकर अन्य कार्य ठप पड़े हुए हैं वहीं राज मिस्त्री,मजदूरों से लेकर दुकानदारों की रोजी-रोटी ठप पड़ गयी है. हजारों अर्धनिर्मित मकानों का काम रूका हुआ है. लोगों को समझ में नहीं आ रहा कि आखिर सरकार व प्रशासन इस दिशा में कारगर कदम क्यों नहीं उठा रही है. गांव से लेकर शहर तक लोग इसका खामियाजा भुगत रहे हैं.
तीन हजार के बदले तेरह हजार में भी बालू नहीं मिल रहा है : बताया जाता है कि बालू का सही तरीके से उठाव होने पर तीन हजार रुपये सीएफटी बालू आसानी से लोगों को न सिर्फ मिल जाता था वरन बालू लेने के लिए कारोबारी घर तक पहुंच कर आग्रह करते थे. आज स्थिति पूरी तरह से बदली हुई है. अब बालू का दाम आसमान छू रहा है. तीन हजार रुपये प्रति सीएफटी मिलने वाला बालू अभी तेरह हजार रुपये भी नहीं मिल पा रहा है. अगर मिलता भी है तो एक नंबर बालू लोगों को नहीं उपलब्ध हो पा रहा है. बताया जाता है कि कुछ लोगों के द्वारा पूर्व में बालू का स्टॉक कर लिया गया था. वैसे कारोबारी अभी बालू की बिक्री कर मालामाल हो रहे हैं.
बालू की कमी से छड़-गिट्टी व्यवसायी भी परेशान : बालू के कारोबार पर ही छड़, गिट्टी, सीमेंट व टाइल्स व्यवसायियों का कारोबार भी जुड़ा हुआ है. बताया जाता है कि बालू नहीं मिलने के कारण ये व्यवसायी भी पूरे दिन हाथ पर हाथ रख कर बैठे रहते हैं. बताया जाता है कि बालू को जिले के विभिन्न भागों में पहुंचाने वाले ट्रक व ट्रैक्टर मालिक भी बैंकों की किस्त नहीं चुका पा रहे हैं. उनकी गाड़ियां महीनों दिन से उनके घर की शोभा बढ़ा रही है. ट्रक मालिक संजीव कुमार ने बताया कि जब से बालू मिलना बंद हुआ है. तब से एक पैसे की आमदनी नहीं हो पा रही है. नतीजा है कि बैंक का किस्त भी बढ़ता जा रहा है. जो एक बार में चुकता करना भारी सिरदर्द होगा.
बालू के अभाव में निर्माण कार्य ठप, घर बैठे हुए हैं सैकड़ों मजदूर
ठप हैं भवन निर्माण से लेकर अन्य कार्य
बालू की कमी के चलते जिले में हजारों अर्धनिर्मित मकान ठप पड़ा है. बालू कारोबारी अब थक हार कर दूसरे व्यवसाय की तरफ अपना मुंह मोड़ने लगे हैं. बालू के चलते भवन निर्माण से जुड़े काम ठप पड़े हैं. प्रधानमंत्री आवास योजना से जिले के 18 प्रखंडों में सैकड़ों बीपीएल परिवारों का मकान बन रहा था. जो बालू के चलते रूका हुआ है.
बताया जाता है कि बालू का रेट आसमान छूने से संवेदक काम बंद कर दिया है. किसी जगह पर तो ऐसा भी देखा गया है कि काम पूरा कराने के चक्कर में कुछ संवेदक सफेद बालू में कुछ अंश लाल बालू मिला कर मकान का काम करा रहे हैं.अधिकांश संवेदक तो काम करने में आना-कानी कर रहे हैं. इस परिस्थिति में सरकारी योजनाओं के कार्यों पर ग्रहण लग गया है.
क्या कहते हैं कारोबारी
बालू के खनन पर रोक लगाये जाने के बाद से जिले में निर्माण कार्य की स्थिति भयावह हो गयी है. बिना बालू के निर्माण कार्य ठप पड़ा है. नतीजा है कि छड़, सीमेंट, गिट्टी व टाइल्स की भी बिक्री नहीं हो पा रही है. पूरे दिन दुकान में सन्नाटा पसरा रहता है. मजदूरों का तनख्वाह भी दुकानदारी से नहीं निकल पाता है. शासन और प्रशासन को जल्द इस दिशा में पहल करनी चाहिए ताकि आम लोगों की परेशानी भी कम हो और कारोबारियों का रोजगार भी चल सके.
चंदन कुमार,गिट्टी,छड़ व टाइल्स व्यवसायी
बालू की वजह से हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं. राज मिस्त्री, ठेला चालक से लेकर चाय दुकानदार तक प्रभावित हो रहे हैं. सरकार को इस दिशा में अविलंब पहल करनी चाहिए.
कुमार रत्नेश, सामाजिक कार्यकर्ता,मटिहानी
बालू नहीं मिलना सरकार की विफलता को दरसाता है. सरकार अगर सकारात्मक पहल नहीं करती है तो मजदूरों को एकजुट कर शीघ्र आंदोलन शुरू किया जायेगा.
अंजनी कुमार सिंह, मजदूर नेता, बेगूूसराय
बालू कारोबार में लगे सैकड़ों मजदूर पिछले दो माह से बेकार पड़े हुए हैं. सरकार को अविलंब बालू की समस्या दूर करनी चाहिए ताकि सरकारी कार्यों से लेकर निजी कार्यों का काम समय पर पूरा हो सके.
रामानंद सिंह, जिला संयोज,राजीव गांधी पंचायती राज संगठन, बेगूसराय

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें