बेगूसराय : पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पटना एसटीएफ एवं जिला पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार के साथ आधा दर्जन से अधिक अपराधियों को बलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत कमालपुर दियारा से आपराधिक घटना को अंजाम देने से पूर्व गिरफ्तार किया है. इस दौरान अपराधियों ने पुलिस के ऊपर कई राउंड फायरिंग भी की.जिसके जबावी […]
बेगूसराय : पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पटना एसटीएफ एवं जिला पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार के साथ आधा दर्जन से अधिक अपराधियों को बलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत कमालपुर दियारा से आपराधिक घटना को अंजाम देने से पूर्व गिरफ्तार किया है. इस दौरान अपराधियों ने पुलिस के ऊपर कई राउंड फायरिंग भी की.जिसके जबावी कार्रवाई में पुलिस ने भी आठ से नौ राउंड फायरिंग की. पुलिस अधीक्षक कार्यालय में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए एसपी आदित्य कुमार ने कहा कि एक सप्ताह पूर्व से ही सभी अपराधियों पर नजर रखी जा रही थी.
जिला पुलिस एवं एसटीएफ द्वारा उक्त क्षेत्र में अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गयी. छापेमारी की भनक लगते ही अपराधियों ने पुलिस टीम के ऊपर फायरिंग करना शुरू कर दिया. जिसके जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी नौ राउंड फायरिंग की. इस दौरान पुलिस ने सात अपराधियों गिरफ्तार किया.जबकि एक अपराधी भागने में कामयाब हो गया.
एसपी आदित्य कुमार ने बताया कि सभी अपराधियों की पहचान खगडि़या जिले के मानसी थाना निवासी स्व सीमालाल के पुत्र बौनु सहनी, किशनपुर दियारा निवासी हरेराम महतो,मंसेरपुर निवासी महेश महतो के पुत्र मनोज महतो,हुसैना दियारा निवासी राधे महतो के पुत्र चंदन कुमार, फतेहपुर निवासी सुरेश महतो के पुत्र वीरेंद्र महतो, मिर्जापुर निवासी तेवन महतो के पुत्र राजराम महतो एवं कारी महतो के पुत्र मो एनुल के रूप में की गयी.
लूट एवं रंगदारी से वसूले रुपये से नक्सली को करता था मदद :
पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार ने गिरफ्तार अपराधियों के बारे में कई अहम खुलासा किया है.उन्होंने कहा कि अपराधियों द्वारा लूट की घटना को अंजाम दिया जाता था. साथ ही रंगदारी के तौर पर मोटी रकम की वसूली की जाती थी .रंगदारी एवं लूट से प्राप्त रकम को अपराधी नक्सली गतिविधि में प्रयोग करता था. उन्होंने कहा कि इसकी भी गहन जांच की जा रही है. पुिलस सभी िबंदुओं पर जांच पड़ताल कर रही है.
मुंगेर निर्मित हथियार का करता था इस्तेमाल:अपराधियों के पास से बरामद सभी हथियार मुंगेर निर्मित थे. एसपी आदित्य कुमार ने बताया कि भारी मात्रा में मुंगेर से हथियार की खरीदारी की जा रही थी. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि अपराधियों द्वारा खरीदा गया हथियार नक्सली को पहुंचाया जाता था. तकरीबन एक सप्ताह से अपराधियों की गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी. उनकी हर गतिविधि पर िनगरानी रखी जा रही थी.
छापेमारी दल में बलिया पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष सुनील कुमार, रिफाइनरी ओपी प्रभारी अजय कुमार अजनबी, तेयाय ओपी प्रभारी राजीव रंजन, एसटीएफ एवं चिता बल के जवान शामिल थे.