कटोरिया : एक अप्रैल से पूरे राज्य में पूर्ण शराब बंदी लागू है लेकिन कानून अधिनियम व धाराओं को ताक पर रख कर शराब की तस्करी की जा रही है. कटोरिया-देवघर मुख्य मार्ग पर बिहार-झारखंड बॉर्डर पर दर्दमारा के लगाये गये चेकनाका को शराब तस्कर आसानी से लांघ जा रहे हैं. चूंकि दर्दमारा बैरियर पर […]
कटोरिया : एक अप्रैल से पूरे राज्य में पूर्ण शराब बंदी लागू है लेकिन कानून अधिनियम व धाराओं को ताक पर रख कर शराब की तस्करी की जा रही है. कटोरिया-देवघर मुख्य मार्ग पर बिहार-झारखंड बॉर्डर पर दर्दमारा के लगाये गये चेकनाका को शराब तस्कर आसानी से लांघ जा रहे हैं.
चूंकि दर्दमारा बैरियर पर सिर्फ चार-छह लाठीधारी होमगार्ड जवान शोभा मात्र बढ़ाने का कार्य ही कर पा रहे हैं. यहां ना तो झारखंड से बिहार की ओर आने वाली छोटी-बड़ी गाड़ियों या मोटरसाइकिल की सघनतापूर्वक जांच होती है और न ही इसके लिए पदाधिकारी व पर्याप्त बल की ही नियुक्ति की गयी है. परिणाम स्वरूप शराब तस्करों के लिए यह रूट सबसे अधिक सेफ साबित हो रहा है. हालांकि इस बीच जब कभी भी क्षेत्रीय पुलिस पदाधिकारी या उत्पाद विभाग के अधिकारी ही अभियान चलाते हैं, तो बड़ी कामयाबी आसानी से हाथ लग जाती है.
गत 26 अगस्त को चांदन के तुर्की मोड़ के निकट से दुर्घटनाग्रस्त इंडिगो कार से तेरह पेटी अवैध विदेशी शराब की बरामदगी की गयी. मौके से दो शराब तस्कर भी दबोचे गये. उक्त शराब की खेप को देवघर से भागलपुर ले जाया जा रहा था. गत 23 अगस्त को कटोरिया-देवघर मार्ग पर पांडेयडीह के निकट से पुलिस ने चार पेटी विदेशी शराब के साथ तीन युवकों को गिरफ्तार किया था.
उक्त शराब को पानी के कार्टून में छिपा कर ऑटो द्वारा देवघर से मुंगेर ले जाया जा रहा था. गुप्त सूचना पर चांदन पुलिस ने एसटीएफ के सहयोग से शराब माफियाओं को दबोचने में कामयाबी हासिल की. इससे पहले सूइया ओपी के सामने बाइक चेकिंग के दौरान भी एक शराब तस्कर को अवैध शराब के साथ पुलिस ने दबोचा था.
कहते हैं एसडीपीओ
इस संबंध में बेलहर पुलिस अनुमंडल के एसडीपीओ पीयूष कांत ने कहा कि शराब तस्करों पर नकेल कसने हेतु संसाधनों को मजबूत करने की जरूरत है. पूर्ण शराब बंदी को सफल बनाने हेतु दर्दमारा बैरियर पर शीघ्र पर्याप्त संख्या में पुलिस पदाधिकारी व बलों की तैनाती का प्रयास किया जायेगा.