बांका:28 मई 2015 को उसकी बेटी लक्ष्मी की शादी होती है शादी के तीन दिन के बाद ही उसके पति ने अपने दोस्त, परिवार और सहयोगी के साथ मिल कर उसकी बेटी की हत्या कर देता है. उक्त आरोप इंगलिशमोड़ गांव के जयशंकर सिंह ने अपने दामाद शंभुगंज बाजार निवासी संजीव सिंह उर्फ बुढ़वा सिंह पर लगाया है. हालांकि आरोपी पति ने इस मामले से इंकार करते हुए कहा कि उसकी पत्नी घर का सारा सामान लेकर फरार हो गयी है. उसने किसी की हत्या नहीं की है.
क्या है मामला
अमरपुर थाना क्षेत्र के इंगलिशमोड़ गांव के श्री सिंह ने कहा है कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी पिछले 28 मई 2015 को बांका के तारा मंदिर में शंभुगंज बाजार के संजीव सिंह उर्फ बुढ़बा के साथ हुई थी. इसके बाद 29 मई को बेटी की विदाई हुई. बीच बीच में वह अपनी बेटी से भी बात करते रहे. इसके बाद दो जून को उनके दामाद श्री सिंह ने उनके नंबर पर फोन कर उनकी लड़की के घर से भाग जाने की सूचना दी. इसके बाद से आज तक न ही उसके दामाद और न ही उसके परिवार के लोग उनसे मिलने आये. उसके ससुराल सहित अन्य स्थानों पर खोजबीन की गयी, लेकिन अब तक कोई जानकारी नहीं ली गयी है.
कहते हैं युवती के पिता
युवती के पिता जय शंकर सिंह ने कहा कि खोजबीन के बाद और बेटी के ससुराल के समीप के ग्रामीणों के अनुसार उसकी बेटी की हत्या कर शव को गायब कर दिया गया है. इसके बाद बुधवार को मामला दर्ज कराने शंभुगंज थाना पहुंचे जहां न ही अपेक्षित सहयोग मिला और न ही एफआइआर दर्ज किया गया. आरोपी दबंग किस्म का है. वह कई बार जेल जा चुका है. इस लिए बार बार शंभुगंज जाने में उनके जान के ऊपर खतरा है.
कहता है आरोपी पति
आरोपी पति संजीव सिंह ने कहा कि इसकी शादी पूर्व में हो चुकी थी. शादी के वक्त ही लड़की हंगामा कर रही थी. उसकी हत्या नहीं की गयी है. वह किसी दूसरे से बात करती थी.
कहते हैं थानाध्यक्ष
शंभुगंज थानाध्यक्ष पंकज पासवान ने कहा कि पांच छह दिन पूर्व तारापुर थाना प्रभारी द्वारा उनसे संपर्क किया गया था. इसके बाद कुछ लोगों से जानकारी जुटायी गयी थी. बुधवार को वह डीएसपी के साथ मीटिंग में थे. उसी वक्त लड़की के पिता का फोन आया था. उनको दूसरे दिन बुलाया गया, लेकिन वे नहीं आये. अभी तक दोनों पक्ष में से किसी भी पक्ष की ओर से आवेदन नहीं आया है. संजीव सिंह पहले भी कई बार जेल गया है. अभी वह जमुई जेल से छूट कर आया है. अगर लड़की के पिता आवेदन देते हैं तो उचित कार्रवाई की जायेगी. हमलोग सिस्टम में काम करते हैं. हमलोग सभी का आवेदन लेकर मामला दर्ज करते हैं.
कहते हैं एसडीपीओ
एसडीपीओ शशि शंकर कुमार ने कहा कि मामले की जानकारी मिली है. एसएचओ से मामले की जानकारी ली जा रही है.