बांका . जिले में चल रही विकास योजना ही जिला परिषद के सदस्यों के इस्तीफे की वजह बनी. दिये गये इस्तीफे में बांका जिला परिषद सदस्य मनोज सिंह ने उल्लेख किया है कि जिले में चल रही जल छाजन योजनाएं कागज पर चल रही हैं. योजना पहाड़ी क्षेत्र के किसान और खेती के विकास के लिए बनाया गया है, लेकिन यहां कहीं भी यह देखने को नहीं मिल रही है. प्रचार के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च हो रहे हैं.
कृषि विभाग पर आरोप लगाते हुए अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा है कि विभाग में पहले सिंचाई तालाब और अब सिंचाई कूप से लेकर यांत्रिक और आधुनिकीकरण आदि मामलों के अनुदान राशि में करोड़ों करोड़ की लूट मची है. योजना के नाम पर विभाग में लूट मची है और इस ओर ध्यान देने वाला कोई अधिकारी नहीं है. वह जनता के प्रतिनिधि है और अगर उनका विकास नहीं होगा तो वो किस लिए अपने पद पर बने रहेंगे. क्या कहते हैं कृषि पदाधिकारी ऐसा नहीं है, फिल्ड में जाते हैं. योजनाओं को देखा जाता है. समय पर जांच होती है. ऐसी कोई बात नहीं है फिर भी जांच होगी. संजय कुमार, कृषि पदाधिकारी, बांका