बांका : सदर प्रखंड क्षेत्र के महेशाडीह गांव स्थित चांदन नदी का इनलेट टूट जाने से किसानों के खेतों में बालू व पानी भर गया है. इनलेट के टूट जाने से क्षेत्र के करीब सैकड़ों एकड़ जमीन पर खेती करना दूभर हो गया है. महेशाडीह गांव के पूर्वी इलाके नौनी अंबा, सहारना, एकोरिया आदि गांव […]
बांका : सदर प्रखंड क्षेत्र के महेशाडीह गांव स्थित चांदन नदी का इनलेट टूट जाने से किसानों के खेतों में बालू व पानी भर गया है. इनलेट के टूट जाने से क्षेत्र के करीब सैकड़ों एकड़ जमीन पर खेती करना दूभर हो गया है. महेशाडीह गांव के पूर्वी इलाके नौनी अंबा, सहारना, एकोरिया आदि गांव प्रभावित हुए हैं. यहां के लोगों को बांका शहर आना भी दूभर हो गया है.
मालूम हो कि महेशाडीह के पास चांदन नदी पर अधिक पानी की निकासी के लिए आइपीसी देवघर के द्वारा 2012-14 में ह्यूम पाइप लगाकर बांध बांधते हुए इनलेट बनाया गया था. लेकिन दो दिनों से भारी बारिश के कारण पानी के दबाव से यह इनलेट पूरी तरीके से बह गया. यह कार्य पूर्व में सिंचाई प्रमंडल बौंसी व वर्तमान में बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल बौंसी की देख-रेख में था. लेकिन विभागीय अनदेखी के कारण महेशाडीह का इनलेट ध्वस्त हो गया है. बताया जा रहा है कि विभाग के एसडीओ राकेश कुमार पुष्कर की देखरेख में मंगलवार से ही इस इनलेट की मरम्मत के लिए प्रयासरत है.
महेशाडीह में चांदन…
बावजूद अभी भी इनलेट की स्थिति जैसी तैसी बनी हुई है. स्थानीय मुखिया अमित कुमार ने आरोप लगाया है कि यह सब विभागीय अनदेखी का परिणाम है. उन्होंने विभाग से अविलंब ह्यूम पाइप कर्ल्वट के साथ-साथ बांध की नये सिरे से मरम्मत की मांग की है. ताकि क्षेत्र के महेशाडीह, सारण, गोड़िया, लकड़ीकोला सहित दर्जनों गांवों के खेतों में जमे पानी को नदी में प्रवाहित किया जा सकें. उधर स्थानीय किसानों की मानें तो तीन साल पूर्व आइपीसी देवघर के द्वारा यहां किये गये काम में भारी अनियमितता अपनायी गयी थी. जिसके कारण महज तीन साल में ही यह इनलेट ध्वस्त हो गया है. हालांकि इस संबंध में विभाग के एसडीओ ने बताया है कि इनलेट का शीघ्र ही मरम्मती कर दिया जायेगा. ताकि किसानों को कोई समस्या न रहे.