शंभुगंज : प्रखंड क्षेत्र के मेहरपुर गांव के सैकड़ों महादलित परिवारों के द्वारा निमियां नदी में श्रमदान से बनाये गये पुल को दबंगों ने तोड़ कर ध्वस्त कर दिया. महादलित परिवारों ने प्रखंड मुख्यालय शंभुगंज जाने के लिए कम दूरी हो इसके लिए निमियां नदी में चचरी का पुल बनाया था. चचरी पुल को तोड़ने का विरोध करने पर दबंगों के द्वारा महादलितों को गोली मार देने की धमकी दी गयी. इससे मेहरपुर गांव के महादलितों में गहरा आक्रोशित व्याप्त है. इस घटना के बाद मेहरपुर गांव के सैकड़ों परिवारों ने डीआईजी भागलपुर से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाते हुए दोषी पर कार्रवाई करने की मांग की है.
जानकारी के अनुसार झखड़ा पंचायत के मेहरपुर गांव के महादलितों को प्रखंड मुख्यालय आने जाने के लिए करीब 12 किमी दूरी तय करना होता था. इसको लेकर सांसद व विधायक से कई बार निमियां नदी में पुल निर्माण कार्य कराने की मांग की गयी थी. लेकिन आज तक इन महादलितों को सिर्फ अश्वासन ही देता रहा. जिसके कारण गांव के छात्र-छात्रा को पढ़ाई करने के लिए शंभुगंज जाने में निमियां नदी पार कर जान जोखिम में डालकर जाना पड़ता था. इस समस्या को देखकर मेहरपुर गांव के सभी महादलितों ने चंदा इकट्ठा कर श्रमदान से निमियां नदी में चचरी पुल का निर्माण किया था.
लेकिन रविवार को मेहरपुर गांव के ही मुकेश सिंह ने दबंगता दिखाते हुए नदी में बनाया गया चचरी पुल को तोड़कर ध्वस्त कर दिया. ग्रामीण पंकज दास, प्रमोद दास, चंदन दास, तनिक दास, सुबोध दास आदि ने बताया कि जब इसका विरोध किया गया तो मुकेश सिंह ने जाति सुचक गाली-गलौज देते हुए गोली से मार देने की धमकी दी. इस घटना के बाद से महादलित एकजुट हो गये और दबंग मुकेश सिंह के विरूद्ध मोर्चा खोल दिये हैं. मंगलवार को सैकड़ों लोगों ने हस्ताक्षर युक्त आवेदन डीआईजी भागलपुर को देकर न्याय की गुहार लगायी है. वहीं थानाध्यक्ष राजकपूर कुशवाहा ने इस घटना से अनभिज्ञता जतायी है.