बांका : जिले के धोरैया प्रखंड अंतर्गत पैर पंचायत के लौढ़िया गांव निवासी व बिहार के पूर्व राज्य सभा सांसद एनके. सिंह को 15वें वित्त आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इनकी नियुक्ति की खबर सुनकर जिले भर में खुशी का माहौल छा गया है. मालूम हो कि इनके पिता टीपी सिंह भी राज्य के पहले आइसीएस थे. जो योजना आयोग के देश के पहले सचिव भी रह चुके थे. नये वित्त आयोग का कामकाज इस बार पूर्व से अलग होगा. क्योंकि उसे दीर्घकालिक योजना के अनुसार काम करना होगा. इस बार जीएसटी लागू होने के बाद करों की वसूली भी एक चुनौती होगी. वित्त आयोग का गठन हर 5 वर्ष पर होता है,
जो केंद्र, राज्य और स्थानीय प्रशासनिक निकायों के बीच कर के बंटवारे के नियमों पर सुझाव देता है. इसके पूर्व ये वित्त मंत्रालय के राजस्व एवं व्यय विभाग के सचिव भी रह चुके हैं. पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी के शासन काल में 1998 से अप्रैल 2001 के बीच प्रधानमंत्री के मुख्य आर्थिक सलाहकार भी रहे थे. राज्य सभा सांसद होने के नाते इन्होंने सांसद निधि से जिले के एक सौ ग्रामीण सड़कों का निर्माण कराया है. साथ ही अपने सांसद की राशि से आरएमके स्कूल एवं पीबीएस कॉलेज बांका में भी भवन निर्माण के लिए राशि दी थी. लौढ़िया गांव में आज भी इनकी पैतृक हैं. जिसका देखभाल इनके परिवार के अन्य सदस्य करते हैं. वित्त आयोग के अध्यक्ष बनने पर जिले के पीबीएस कॉलेज के पूर्व प्रार्चाय प्रो सुवास चन्द्र सिंह, प्रो विश्वजीत सिंह, ओम ग्लोबल के निदेशक ओमप्रकाश सिंह, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, शिवनारायण झा, जदयू महिला के अध्यक्ष सुजाता वैद्य सहित कई बुद्धिजीवियों ने उन्हें बधाई दी है.