बांका : प्रशासनिक अमला स्वच्छ भारत मिशन के तहत घर-घर शौचालय निर्माण की कड़ी मशक्कत कर रहे हैं. लेकिन, शौचालय निर्माण के बावजूद लाभुकों को तय समय पर भुगतान नहीं हो पाया है. नतीजतन, लाभुकों में घोर निराशा व्याप्त है. आलम यह है कि आसपास के लोग भी राशि भुगतान नहीं होता देख शौचालय निर्माण में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं.
अगर हाल ऐसा रहा तो नियत समय पर जिले को ओडीएफ बनाने की बात बेमानी साबित होगी. जानकारी के मुताबिक प्रखंड क्षेत्र के करमा पंचायत के ग्रामीणों ने सरकारी योजना के तहत शौचालय निर्माण में बढ़-चढ़कर दिलचस्पी दिखाई. तकरीबन साढ़े तीन सौ लोगों ने शौचालय निर्माण के लिए आवेदन किया था. ग्रामीणों की मानें तो इसमें से अधिकांश आवेदकों ने शौचालय का निर्माण पूरा कर लिया है. परंतु हैरानी की बात यह है कि निर्माण के एक साल बीत जाने के बावजूद शौचालय की राशि भुगतान नहीं हो पाई है. इस बाबत कई बार संबंधित अधिकारी के पास दौड़ भी लगाया गया, परंतु नतीजा सिफर रहा. ज्ञात हो कि डीएम कुंदन कुमार ने राशि भुगतान की देरी पर चिंता व्यक्त की थी. साथ ही राशि का भुगतान समय पर करने का भी निर्देश दिया था. परंतु डीएम के निर्देश का पालन प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी नहीं कर रहे हैं.