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निगम अनाज के बदले दोषियों से वसूलेगी राशि
रानीगंज टीपीडीएस गोदाम में अनाज गबन के मामले में पूर्व डीएमएसएफ समेत तीन कर्मियों पर गाज गिरी है. राज्य खाद्य निगम ने नीलामवाद दायर कर तीनों कर्मियों से 3.15 करोड़ वसूली कराने की गुहार लगायी है. अररिया : रानीगंज टीपीडीएस गोदाम में रखे आनाज गबन मामले में एसएफसी तत्कालीन डीएम एसएफसी व दो अन्य पदाधिकारियों […]
रानीगंज टीपीडीएस गोदाम में अनाज गबन के मामले में पूर्व डीएमएसएफ समेत तीन कर्मियों पर गाज गिरी है. राज्य खाद्य निगम ने नीलामवाद दायर कर तीनों कर्मियों से 3.15 करोड़ वसूली कराने की गुहार लगायी है.
अररिया : रानीगंज टीपीडीएस गोदाम में रखे आनाज गबन मामले में एसएफसी तत्कालीन डीएम एसएफसी व दो अन्य पदाधिकारियों से अपनी क्षति राशि की वसूली करेगा. इसके लिए राज्य खाद्य निगम ने तत्कालीन जिला प्रबंधक, बीसीओ व सीएमआर गोदाम प्रभारी पर तीन करोड़ 53 लाख 65 हजार 414 रुपये की वसूली के लिए नीलाम वाद दायर किया है.
दायर नीलामवाद संख्या 1/16-17 के तहत 10682.63 क्विंटल चावल व 1171.42 क्विंटल गेहूं के गबन करने के मामले में तीनों पदाधिकारियों को दोषी माना है. वित्तीय वर्ष 2014-15 व 2016-17 में दोषी पदाधिकारी व कर्मियों से वसूली संबंधी अद्यतन प्रतिवेदन में इस बात का उल्लेख किया गया है. बताया गया है कि इस मामले के दोषी तत्कालीन डीएम एसएफसी चंचल कुमार वर्मा, बीसीओ सह सहायक प्रबंधक प्रभाष चंद्र सिंह व अररिया सीएमआर गोदाम के सहायक प्रबंधक नवीन कुमार को गबन किये गये उक्त खाद्यान्न की राशि की कीमत को तीन बराबर भागों में लगभग एक करोड़ 17 लाख 88 हजार 471 रुपये जमा करने का दावा किया है.
तत्कालीन बीसीओ सह सहायक प्रबंधक प्रभाष चंद्र सिंह व सहायक प्रबंधक नवीन कुमार के विरुद्ध पूर्व में ही रानीगंज थाना में कांड संख्या 47/16 दर्ज है. हालांकि प्रबंध निदेशक निगम मुख्यालय पटना के द्वारा दोनों कर्मियों के विरुद्ध प्रपत्र क भी गठित किया जा चुका है. अनुसंधान के बाद मामले में दोषी तत्कालीन डीएम एसएफसी चंचल कुमार वर्मा के विरुद्ध नगर थाना में कांड संख्या 643/16 दर्ज किया गया था. निगम के द्वारा अब इनसे 3,53,65,414 रुपये की वसूली किये जाने को ले दायर किये गये नीलाम वाद से दोषियों के होश उड़ गये हैं.
पांच फरवरी 2016 को डीएम हिमांशु शर्मा द्वारा जिले के सभी टीपीडीएस गोदामों की एक साथ जांच करायी गयी थी. जांच के बाद सभी गोदामों को सील कर दिया गया था. नौ फरवरी को गोदामों की जांच के क्रम में यह खुलासा हुआ था कि पांच हजार क्षमता वाले रानीगंज टीपीडीएस गोदाम में 11855 क्विंटल अनाज का भंडारण दिखाया गया था
इसके बाद डीएसओ के आदेश पर रानीगंज थाना में कांड संख्या 47/16 दर्ज कराया गया. इसमें गोदाम प्रबंधक सह बीसीओ प्रभाष चंद्र सिंह, अररिया के सीएमआर प्रभारी नवीन कुमार, हसनपुर पैक्स सह व्यापार मंडल अध्यक्ष नथनेश्वर सिंह व परिवहन अभिकर्ता एसएफसी उमेश यादव को अभियुक्त बनाया गया था. जांच के बाद निगम के आदेश पर जिला प्रबंधक बीरेंद्र नाथ गुप्ता के द्वारा तत्कालीन डीएम एसएफसी को भी नामजद अभियुक्त बनाया गया. हालांकि मामले दर्ज होने के एक वर्ष से अधिक की अवधि बीत जाने के बाद भी अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है.
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