रोजगार के लिए समूहों को ऋण देता है बैंक
अररिया : स्वयं सहायता समूहों के गठन व संचालन विषय पर गुरुवार को स्थानीय एक होटल में नाबार्ड की ओर से बैंक अधिकारियों व गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया गया़ मौके पर नाबार्ड के डीडीएम एके सिंह ने प्रतिभागियों को एसएचजी के गठन के उद्देश्यों की जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि एसएचजी दरअसल गरीबी से छुटकारा पाने की एक साझा पहल है़ इसके जरिया गरीबों को साहुकारों के चंगुल से बचाया जा सकता है़ रोजगार के लिए भी समूहों को बैंक ऋण मुहैया कराता है़ उन्होंने स्वयं सहायता समूहों को भारी तादाद में बैंकों से जोड़ने का आह्वान भी किया़ बताया गया कि अच्छे एसएचजी की पहचान उनके रेटिंग व ग्रेडिंग से की जाती है़
इसी रेटिंग के आधार पर उनकी बचत राशि के अनुपात में ऋण दिया जाता है़ डीडीएम ने 27 मार्च 2012 को जारी नये मानदंडों की भी जानकारी दी़ आरडीएमओ संस्था के प्रतिनिधि आरके सिन्हा ने प्रशिक्षक के तौर पर एसएचजी के रूप रेखा, गठन की प्रक्रिया, बैठक की जरूरत व प्रक्रिया, अधिकारियों का चुनाव, बैंकों से संबद्घता का तरीका सहित अन्य विषयों की जानकारी दी़ सभी आवश्यक प्रपत्रों व रजिस्टरों के रखरखाव पर भी चर्चा हुई़