जोकीहाट : प्रखंड के आशा कर्मियों ने आगामी 25 सितंबर से होने वाले पल्स पोलियो चक्र व टीकाकरण कार्य से अपने आपको अलग रखने के लिए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को पत्र दिया है. आशा कर्मियों का आरोप है कि जब तक रेफरल अस्पताल में डाक्टर नहीं आते हैं और प्रसव कक्ष व आपातकालीन सेवा शुरू नहीं की जाती है
तब तक वे लोग किसी भी तरह का काम नहीं करेंगी. आशा संघ की प्रखंड उपाध्यक्ष नर्गिस ने बताया कि प्रसव कक्ष चालू नहीं रहने से बगडहरा निवासी रहमती की मौत प्रसव के दौरान हो गयी. वहीं सतघरा निवासी वीवी शहंशाह जच्चा-बच्चा दोनों की मौत प्रसव के दौरान हो गयी. इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि दो महीने से रेफरल अस्पताल बंद है. दर्जनों इमरजेंसी पेसेंट की जान जा चुकी है. आशा कर्मियों ने बताया कि उनके पोषक क्षेत्र की गर्भवती महिलाएं घर पर ही असुरक्षित प्रसव कराने को मजबूर हैं.