अररिया : मोबाइल टावर में फ्यूल सप्लायर का काम करने वाला लाला कुमार सिंह की गोली मार कर हत्या की गयी थी. हत्या के आरोपी वाहन चालक ने साक्ष्य छिपाने का भरपूर प्रयास किया. लेकिन पुलिस को चार मजबूत साक्ष्य मिले हैं. सोमवार को पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि 22 मार्च को […]
अररिया : मोबाइल टावर में फ्यूल सप्लायर का काम करने वाला लाला कुमार सिंह की गोली मार कर हत्या की गयी थी. हत्या के आरोपी वाहन चालक ने साक्ष्य छिपाने का भरपूर प्रयास किया. लेकिन पुलिस को चार मजबूत साक्ष्य मिले हैं. सोमवार को पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि 22 मार्च को लाला का शव बरामद किया गया था.
घटना के दिन 21 मार्च को पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा के विभिन्न टावरों में तेल देने के बाद बीआर 11 एल 7388 से चालक मो नसीम, खलासी खलील व लाला कुमार सिंह रानीगंज के कदवा आया. फिर वहां से बनगामा आया. वहां एक टावर में तेल देने के बाद पूर्णिया की ओर चला.
एनएच 57 पर कसबा के समीप चलते वाहन में कान के पास सोये अवस्था में चालक मो नसीम ने लाला कुमार सिंह को गोली मार दी. खून के छींटे से सने कपड़े खलासी व चालक ने नहर में फेंक दिया. पुन: शव को लेकर अररिया आया व गैयारी गांव के पास नहर में लाला का शव फेंक दिया. एसपी ने बताया कि साक्ष्य छुपाने के लिए वाहन का सीट कवर भी बदल दिया था.
कैसे मिली सफलता
एसपी ने बताया कि वाहन चालक मो नसीम व खलासी के मोबाइल का सीडीआर निकाला गया. उसमें घटना के समय तीनों साथ-साथ थे. इस संदेह पर चालक व खलासी को पकड़ा गया. दोनों को पूर्णिया के वीरपुर-पोखरिया स्थित मुफस्सिल थाना रानीपतरा से गिरफ्तार किया गया.
पूछताछ में दोनों ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. हत्या की बात स्वीकार की. दोनों की निशानदेही पर देसी पिस्टल व मृतक का दो मोबाइल भी बरामद कर लिया गया.
सोये में मारी थी गोली
क्या था मामला
एसपी ने बताया कि लाला कुमार सिंह फ्यूल सुपरवाइजर था. कंपनी की तेल चोरी करने की हिस्सेदारी को ले चालक मो नसीम से लाला की रंजिश थी. वह चोरी के फ्यूल में हिस्सेदारी नहीं देता था. सो उसे फाइनल करने की सुनियोजित योजना बना कर हत्या की घटना को अंजाम दिया. घटना से पूर्व तीनों ने नशा पान किया था. नशा में आने के बाद लाला सो गया था. सोये हुए अवस्था में लाला की हत्या नसीम ने करने की बात स्वीकारी. एसपी ने बताया कि चार मजबूत साक्ष्य मिले हैं. न्यायालय साक्ष्य के आधार पर सजा देगी. ऐसा भरोसा किया जाना चाहिए.
क्या-क्या हुआ बरामद
1. दो मोबइल (मृतक का)
2. एक देसी पिस्टल
3. तीन जिंदा कारतूस
4. दो मैगजीन
मिलेगा प्रशंसा पत्र
एसपी ने कहा कि मामले के त्वरित उद्भेदन को ले कांड का अनुसंधान कर रहे एसडीपीओ मो कासिम, अनुसंधानकर्ता पुअनि केके झा, पुअनि प्रशांत कुमार व नगर थानाध्यक्ष रमेश कांत चौधरी को बेहतर अनुसंधान को ले प्रशंसा पत्र दिया जायेगा.