अररिया : पटना के फुलवारी शरीफ स्थित इमारते शरिया, बिहार, उड़ीसा व झारखंड के नये अमीरे शरियत के चुनाव में देश के चार राज्यों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. ऐसा तीसरी बार हो रहा है जब अमीरे शरिअत का चुनाव पटना से बाहर किसी अन्य जिले में हो रहा हो. अमीरे शरिअत का पहला चुनाव वर्ष 1921 में पटना में हुआ था, जिसकी अध्यक्षता देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद ने की थी.
ऐसी जानकारी शनिवार को जीरोमाइल स्थित मदरसा दारूल उलूम रहमानी में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इमारते शरिया के नाजिम मौलाना अनीसुर्रहमान कासमी ने दी. जिले में होने वाले चुनाव व अवामी इजलास की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे मौलाना कासमी ने बताया कि आम तौर पर अमीर शरिअत का चुनाव पटना में ही होता रहा है. पर इसके पूर्व एक बार ढाका, पश्चिमी चंपारण व सुपौल में भी चुनाव कार्यक्रम आयोजित हुआ था.
अब तीसरी बार पटना से बाहर अररिया में कार्यक्रम हो रहा है.तैयारियों पर संतोष जताते हुए उन्होंने बताया कि पहले स्त्र में अमीरे शरिअत का चुनाव होगा. इसके पूर्व हमेशा से सर्वसम्मति से ही चुनाव होता रहा है. चुनाव में बिहार, उड़ीसा, झारखंड के अलावा पश्चिम बंगाल के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे. कुल 851 प्रतिनिधि चुनावी प्रक्रिया में शामिल होंगे.
इस बार सातवें अमीरे शरिअत का चुनाव होना है. चुनाव के बाद मिल्लिया कालेज परिसर में अवामी अजलास होगा.बताया गया कि अवामी इजलास में आपसी भाईचारा, शिक्षा के प्रचार प्रसार, स्वारोजगार, आवश्यकतानुसार स्कूल व मदरसों की स्थापना, समाज सुधार व महिलाओं के अधिकारों की रक्षा पर विशेष चर्चा होगी. इजलास में इमारते शरिया से जुड़े उलेमा, काजी व मुफ्तियों के अलावा अन्य राज्यों के धार्मिक विद्वान भी शामिल होंगे.
इन में असम इमारते शरिया के अमीर मौलाना तैयबुर्रहमान के साथ साथ मेरठ, यूपी के मौलाना शाहीन जमाली, दारूल उलूम, नदवा, यूपी के मौलाना नजरूल हफीज नदवी, उडीसा के मौलाना मुफ्ती जाहिद हुसैन, झारखंड के मुफ्ती नजर तौहीद व पश्चिम बंगाल के मौलाना अबु तालिब रहमानी खास तौर पर शरीक होंगे.
इस अवसर पर हाजी अब्दुल गफ्फार, प्रो अब्दुल मतीन, प्रो मो इरफान, हाजी अब्दुल कलाम व मुफ्ती इनामुल बारी आदि उपस्थित थे.अबतक रहे अमीरे शरिअतमौलान शाह बदरूद्दीन मौलाना शाह मोहीउद्दीन मौलाना शाह कमरूद्दीन मौलाना मिनतुल्लाह रहमानीमौलाना अब्दुर्रहमानमौलाना निजामुद्दीन