फारबिसगंज : चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी विद्यासागर केसरी उर्फ मंचन केसरी ने खवासपुर वासियों को यकीन दिलाया था कि जीतने के बाद उनकी पहली प्राथमिकता कौआचार घाट पर परमान नदी में पुल का निर्माण होगा, क्योंकि पटेगना से फारबिसगंज जाने वाली सड़क एक महत्वपूर्ण सड़क है.
यह सड़क दो प्रखंडों अररिया व फारबिसगंज को जोड़ती है. इस सड़क पर परमान नदी में अब तक चचरी पुल के सहारे लोग नदी पार करते हैं. यह चचरी पुल भी खवासपुर मुखिया कुमार नाथ झा के सहयोग से श्रमदान से बना है. चचरी पुल पर पार करना काफी खतरनाक है. कौआचार के निवासी सुबोध सिंह कहते हैं कि हमलोगों ने अपने सहयोग से इस चचरी पुल को तैयार किया है. लेकिन रात में इस पुल से गुजरना दुर्घटना को बुलावा देना है.
ग्रामीण संतोष सिंह व नवल सिंह कहते हैं कि इस चचरी पुल के सहारे प्रत्येक दिन मजदूर से लेकर आम आदमी अपनी जरूरत का सामान लेकर नदी पार करते हैं. मुखिया कुमार नाथ झा कहते हैं कि यदि इस क्षेत्र का कोई भी बीमार व्यक्ति जाता है तो उसे पार कराने के लिए तीन से चार लोगों की आवश्यकता पड़ती है.
उन्होंने कहा कि आजादी के 68 साल बाद भी इस नदी पर पुल बनाने की दिशा में किसी भी जन प्रतिनिधि का ध्यान नहीं गया. अब जबकि फारबिसगंज से नये विधायक बने हैं तो उनसे लोगों की अपेक्षाएं बढ़ गयी हैं.
कौआचार गांव के लोगों की आस जगी है कि उन लोगों ने मंचन केसरी को इसी आशा व विश्वास के साथ मतदान में समर्थन भी किया है. देखना बाकी होगा कि विधायक इसे कितनी प्राथमिकता देते हैं.