अररिया : प्रखंड के रामपुर कोदरकट्टी पंचायत के दियागंज में रविवार को अज्ञात बीमारी की चपेट में आकर करीम खान की सात वर्षीय पुत्री शाजिया नाज की मौत हो गयी. इससे पहले गांव के हासीम की सात वर्षीय पुत्री छोटकी की मौत भी अज्ञात बीमारी को वजह से हो गयी. मालूम हो कि छोटकी की मौत बीमारी की चपेट में आ कर बीते शनिवार को हो गयी थी.
दरअसल, इस अज्ञात बीमारी से गांव का हर एक परिवार प्रभावित है. गांव के दर्जनों बच्चे रोग की चपेट में हैं. लगातार मौत की दो घटनाओं गांव के लोग आतंकित हैं. ग्रामीणों ने बताया कि गांव के दर्जनों बच्चों को उल्टी, दस्त व तेज बुखार की शिकायत है. इससे बच्चों का स्वास्थ्य लगातार खराब होता जा रहा है. प्रभावित बच्चों का इलाज स्थानीय चिकित्सकों से कराया जा रहा है.
इसके बाद भी उनके हालत में कोई सुधार नहीं हो पा रहा है. इधर, बीमारी तेजी से गांव में अपना पांव पसार रहा है. दस वर्ष से कम उम्र के बच्चे आसानी से रोग का शिकार हो रहे हैं. इसके बाद भी कोई सरकारी मदद ग्रामीणों को उपलब्ध नहीं हो पाने से ग्रामीण नाराज हैं.
पंचायत के मुखिया राजेश सिंह ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों से ग्रामीणों को जरूरी मदद जल्द उपलब्ध कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि वे अपने स्तर से प्रभावित परिवार को सभी जरूरी मदद मुहैया करा रहे हैं. लेकिन जरूरी है कि विशेषज्ञ चिकित्सकों का दल रोग के कारण व निदान के लेकर कोई कारगर कदम उठाये. इस संबंध में सिविल सर्जन से संपर्क करने का प्रयास किया गया मगर उनसे संपर्क नहीं हो पाया.
नप क्षेत्र के डम्हैली में भी हो चुकी है दो बच्चों की मौत अररिया. मुख्यालय से सटे इलाकों में बच्चों के मौत की लगातार हो रही घटना से स्थानीय लोग खासा चिंतित हैं. बताना लाजिमी है कि इससे पूर्व नप के वार्ड संख्या 11 स्थित डम्हैली में भी बीते दिनों दो बच्चों के मौत का मामला सामने आया था. दोनों जगहों पर रोग के लक्षण में समानता दिखती है.
डम्हैली के प्रभावित बच्चों में भी उल्टी, दस्त व तेज बुखार की शिकायत की थी. रोग का ऐसा ही लक्षण दियागंज में भी दिखता है. खास बात यह कि दोनों जगहों पर रोग ने छोटे उम्र के बच्चों को अपना निशाना बनाया है. डम्हैली का हर एक परिवार रोग से प्रभावित है. ऐसी ही हालत दियागंज में भी दिखती है. रोग के फैलाव व लक्षण को देख कर ऐसी उम्मीद बनती है कि उक्त दोनों जगहों पर हुई मौत के पीछे एक ही रोग जिम्मेदार है.
मालूम हो कि डम्हैली की घटना को प्रभात खबर ने प्राथमिकता के आधार पर प्रकाशित किया था. मामले की जानकारी सीएस को भी दी गयी थी. इस पर उन्होंने तुरंत स्पेशल मेडिकल टीम प्रभावित गांव भेजने की बात कही थी. इधर प्रभावित ग्रामीणों की मानें तो घटना के तीन दिन बीतने के बाद भी अब तक कोई मेडिकल टीम प्रभावित गांव नहीं पहुंची है.