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पीड़ित किसानों ने सीओ को बनाया बंधक
रानीगंज: क्षेत्र के पहुंसरा पंचायत अंतर्गत सिसवा भू-विवाद को लेकर पीड़ित किसान व उसके परिजनों ने गुरुवार को अंचल कार्यालय सहित विभिन्न सरकारी कार्यालय में तालाबंदी कर विरोध जताया. मामले में प्रशासनिक अधिकारियों पर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए किसानों ने सीओ सहित अंचल कर्मी को बंधक बना लिया. लाठी व डंडे से […]
रानीगंज: क्षेत्र के पहुंसरा पंचायत अंतर्गत सिसवा भू-विवाद को लेकर पीड़ित किसान व उसके परिजनों ने गुरुवार को अंचल कार्यालय सहित विभिन्न सरकारी कार्यालय में तालाबंदी कर विरोध जताया. मामले में प्रशासनिक अधिकारियों पर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए किसानों ने सीओ सहित अंचल कर्मी को बंधक बना लिया.
लाठी व डंडे से लैस सैकड़ों की तादाद में सिसवा से आये किसानों ने प्रखंड चौक के पास एनएच 327ई जाम कर आवागमन बाधित कर दिया. प्रखंड परिसर को पूरी तरह से अपने कब्जे में लेकर काम-काज ठप कर दिया. हालांकि सूचना पर रानीगंज पुलिस के एसआइ जीवेश कुमार ठाकुर व राजेश कुमार सिंह सदल-बल मौके पर पहुंचे, लेकिन आक्रोशित किसानों के आगे दोनों पुलिस पदाधिकारी की एक नहीं चली. लगभग एक घंटा तक सीओ सहित अंचल कर्मी अपने कार्यालय में बंधक बने रहे. मौके पर पहुंचे रानीगंज थानाध्यक्ष राजीव कुमार व पुलिस निरीक्षक श्याम किशोर यादव ने अन्य पुलिस कर्मी के सहयोग से बलपूर्वक अंचल कार्यालय का ताला तोड़वा कर सीओ को बाहर निकाला. इस बीच प्रदर्शन कर रहे किसान व पुलिस कर्मी के बीच थोड़ी नोक-झोंक भी हुई.
आदिवासियों को नहीं है कानून का भय : मौके पर किसानों ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों के ढुलमुल नीति के कारण आज उन्हें अपनी ही जमीन से बेदखल होना पड़ रहा है. पूर्व से चिह्न्ति आदिवासी समुदाय के लोगों द्वारा नाजायज मजमा बना कर संबंधित भूखंड पर बुधवार की दोपहर से ही जबरन झोंपड़ी बनाया जा रहा है. जवाबदेह अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं. न तो अवैध तरीके से किसानों की खरीदी भूमि पर कब्जा करनेवाले आदिवासियों को कानून का भय है. न ही गलत काम करने के लिए आदिवासियों का मनोबल बढ़ानेवालों लोगों के विरुद्ध समुचित कार्रवाई हो रही है.
एसडीओ के आश्वासन पर माने किसान
सूचना पर एसडीएम संजय कुमार प्रखंड कार्यालय पहुंचे. मौके पर एसडीएम ने किसानों से वार्ता कर मामले में समुचित कार्रवाई किये जाने का आश्वासन दिया. एसडीएम के आश्वासन के बाद किसानों ने सड़क जाम समाप्त कर दिया. इस दौरान लगभग चार घंटे तक मुख्य सड़क पर आवागमन बाधित रहा. एसडीएम ने पीड़ित किसानों के एक दल को जिला के वरीय अधिकारियों के समक्ष वार्ता के लिए बुलाया. एसडीएम ने कहा कि अभी भू-स्वामित्व को लेकर आदिवासियों के पक्ष में कोई फैसला नहीं आया है. जबरन झोंपड़ी बनाना गलत है. प्रशासन इसे गंभीरता से ले रहा है. किसानों की शिकायत के आलोक में दोषी लोगों के विरुद्ध समुचित कार्रवाई किये जाने की बात उन्होंने कही.
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