वार्ड की इंदू झा कहती हैं कि विभागीय अधिकारियों को सिर्फ बिजली शुल्क की अदायगी की ही चिंता होती है, लेकिन बिजली व्यवस्था का वार्ड में कैसे विस्तार हो. इसकी चिंता अधिकारियों को नहीं होती.
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शॉर्ट-सर्किट से होती रहती है दुर्घटना
अररिया: नप क्षेत्र के वार्ड संख्या नौ के सैकड़ों नगर वासियों के लिए निर्बाध बिजली की आपूर्ति आज भी एक सपना है. वार्ड में लगभग पांच सौ विद्युत उपभोक्ता हैं, जो बांस-बल्लों के सहारे बिजली जलाने को बाध्य हैं. दरअसल बिजली सब स्टेशन से सटे इस वार्ड में अब तक न तो बिजली तारों की […]
अररिया: नप क्षेत्र के वार्ड संख्या नौ के सैकड़ों नगर वासियों के लिए निर्बाध बिजली की आपूर्ति आज भी एक सपना है. वार्ड में लगभग पांच सौ विद्युत उपभोक्ता हैं, जो बांस-बल्लों के सहारे बिजली जलाने को बाध्य हैं. दरअसल बिजली सब स्टेशन से सटे इस वार्ड में अब तक न तो बिजली तारों की वायरिंग हो पायी है और न ही यहां बिजली के खंभे ही गाड़े जा सके हैं. इससे एक तो वार्ड में प्राय: विद्युत सेवा बाधित रहती है. तो दूसरी तरफ बांस व बल्लों पर झूलते बिजली तारों की वजह से यहां आये दिन कोई न कोई दुर्घटना घटित होती रहती है.
नंगे तार की वजह से होती है अगलगी की घटना: भूदान बस्ती की प्रियंका देवी की मानें तो वार्ड में अगलगी की कई घटनाओं के पीछे वार्ड में नंगे तारों का फैला जाल जिम्मेदार रहा है. बिजली रहने पर नंगे तारों से स्पार्किग होते रहती है. तेज हवाओं के चलने पर चिनगारी कच्चे मकानों पर गिरती है. इससे अगलगी की घटना होती है. जयप्रकाश नगर के संजय शर्मा कहते हैं कि वार्ड में जहां देखो बिजली के तार का जाल फैला मिलता है. कई दफा हल्की हवा के चलने पर भी ये तार गिर जाते हैं, इससे दुखद घटना की आशंका वार्ड वासियों के साथ हमेशा बनी रहती है.
डीएम को दिया आवेदन: पोल व वायरिंग नहीं होने से हो रही समस्या को लेकर वार्ड संख्या नौ वासी कई दफा विभाग के आला अधिकारियों को आवेदन दे चुके हैं, लेकिन इन आवेदनों पर कोई पहल अब तक नहीं हो पायी है. इससे नाराज वार्ड वासियों ने 12 जून को जिलाधिकारी को आवेदन देकर मदद की गुहार लगायी है. समस्या को लेकर विभागीय अधिकारियों के उदासीन रवैया को लेकर वार्ड वासियों की नाराजगी दिन ब दिन बढ़ती जा रही है. बिजली सुविधा से वंचित उपभोक्ताओं में आक्रोश पनपता जा रहा है. लोगों का आक्रोश आंदोलन का रूप ले, इससे पहले समस्या के समाधान के लिए उचित कदम उठाना प्रशासन के लिए चुनौती है.
हल्की हवा व बारिश के कारण कई घंटों तक गुम रहती है बिजली
नप क्षेत्र के गोढ़ी चौक मुहल्ला, जयप्रकाश नगर व भूदान बस्ती कुछ ऐसे मुहल्ले हैं जहां के लोगों की परेशानी हल्की हवा व बारिश से काफी बढ़ जाती है. हल्की हवा से ही जगह-जगह शॉर्ट सर्किट या फॉल्ट की वजह से वार्ड में घंटों बिजली गुम हो जाती है. खास बात यह कि इसकी सूचना मिलने पर भी विभागीय कर्मी इसे ठीक करने में रुचि नहीं दिखाते. वार्ड के गोढ़ी चौक निवासी मनोज सिंह बताते हैं कि पूर्व में जब विभाग को मुहल्ले में पोल या वायरिंग के बारे में कहा जाता था, तो वे कंज्यूमर बनने की बात कहते थे. कंज्यूमर बने सालों बीतने के बाद भी बांस-बल्लों के सहारे बिजली जलाने की मजबूरी बनी हुई है. गोढ़ी चौक की नीरा देवी कहती हैं कि वार्ड में बिजली की सुविधा सामथ्र्यवान लोग ही ले पा रहे हैं. ट्रांसफॉर्मर से घरों तक बिजली लाने में तारों पर आने वाली लागत ही इतनी ज्यादा होती है कि कम लोग ही इसे वहन कर पाते हैं. वार्ड के गरीब लोग बिजली की सुविधा से तोबा कर चुके हैं. भूदान बस्ती के रविंद्र कुमार यादव बताते हैं कि बांस-बल्ले व नंगी तारों के सहारे बिजली लोगों के घरों तक पहुंचती है. ऐसे में कई बार सड़क पर लटकते तार के कारण लोग स्पर्शाघात का शिकार हो जाते हैं.
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