अररिया: प्रारंभिक विद्यालयों के नियोजित शिक्षकों ने हड़ताल के दौरान विद्यालय में तालाबंदी कर पठन-पाठन को ठप कर दिया है. बच्चों के पढ़ाई पर तो इसका असर पड़ा ही है. मध्याह्न् भोजन बंद करवाने से बच्चों के स्वास्थ्य पर भी कुप्रभाव पड़ रहा है. लगातार विद्यालय बंद रहने से अब अभिभावकों के बीच आक्रोश पनपने लगा है. बुधवार को प्रभात खबर की टीम ने नगर परिषद क्षेत्र के आधा दर्जन विद्यालयों में हड़ताल के असर की पड़ताल की.
एक से अधिक नियमित शिक्षकों वाले विद्यालयों में जारी है पढ़ाई: पड़ताल के दौरान प्रभात खबर की टीम ने पाया कि जिस विद्यालय में एक से अधिक नियमित शिक्षक पदस्थापित हैं, वहां विद्यालय संचालित हो रहा है तथा मध्याह्न् भोजन भी चलाया जा रहा है. नियोजित शिक्षकों के भरोसे चलने वाला विद्यालय पूर्णत: बंद मिले. पुरुष शिक्षक वाले विद्यालय की अपेक्षा महिला शिक्षक वाले विद्यालय हड़ताल से ज्यादा प्रभाव दिखे. बताया गया कि महिला शिक्षक हड़ताली शिक्षक के डर से विद्यालय नहीं आती हैं. कन्या प्राथमिक विद्यालय काली बाजार तीन नियमित महिला शिक्षक रहने के बावजूद 12 बजे दिन में बंद पाया गया. नौ बजे विद्यालय खुला, पर 11 बजे बंद कर देने की जानकारी मिली.
इस विद्यालय में नियमित तीन महिला शिक्षक प्रेमलता सिन्हा, प्रधानाध्यापक के अलावा धर्म शीला देवी व कंचन देवी पदस्थापित हैं. वहीं रूपा कुमारी, शीला कुमारी, रीता कुमारी व ज्योति कुमारी नियोजित शिक्षक हैं. हड़ताल के दिन से ये चारों महिला शिक्षक विद्यालय नहीं आ रही है. तीन नियमित महिला शिक्षक विद्यालय आती हैं, परंतु हड़ताली शिक्षकों के विद्यालय पहुंच कर जबरन बंद करवा देने व धमकी दिये जाने से डरी महिला शिक्षिका नौ बजे हाजिरी बना कर 11 बजे विद्यालय से चली जाती हैं. इस विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों शिबन पासवान, पारस भारती, आफताब आलम, लल्लू साह, शंभु पासवान, कला देवी ने बताया कि बुधवार को विद्यालय शिक्षा समिति की बैठक आयोजित कर निर्णय लिया गया है कि गुरुवार से विद्यालय का पठन-पाठन सुचारु रूप से चलाया जायेगा. इस दौरान हड़ताली शिक्षक अगर विद्यालय बंद कराने की कोशिश करेंगे, तो अभिभावक व विशिस के सदस्य इसका जोरदार तरीके से विरोध करेंगे. प्राथमिक विद्यालय पामा पूर्णत: बंद पाया गया. इस विद्यालय में सभी महिला शिक्षक है. छह महिला शिक्षक में चार नियोजित व दो नियमित है. नियोजित शिक्षकों द्वारा विद्यालय में ताला जड़ देने से विद्यालय बंद है.
पठन-पाठन, मध्याह्न् भोजन भी बंद है.
कन्या मवि खरैया बस्ती में जारी है पठन पाठन: निरीक्षण के क्रम में कन्या मध्य विद्यालय खरैयाबस्ती विधिवत संचालित होता मिला. इस विद्यालय में सात नियोजित व सात नियमित शिक्षक पदस्थापित हैं. एक नियोजित शिक्षक सहित सभी नियमित शिक्षक कार्यरत हैं. विद्यालय में नियोजित शिक्षकों की हड़ताल का कोई प्रभाव नहीं दिखा. प्रधानाध्यापक अब्दुरज्जाक ने बताया कि उनके विद्यालय में पुरुष शिक्षक अधिक हैं, सभी नियमित शिक्षक है. इसके कारण विद्यालय में पठन-पाठन सहित एमडीएम संचालित किया जा रहा है.
नियोजित शिक्षक नहीं आते विद्यालय, नियमित शिक्षक करते हैं पठन पाठन का कार्य: आदर्श मध्य विद्यालय बाजार के प्रधान गंगा प्रसाद मंडल, आदर्श मध्य विद्यालय ककुड़वा के प्रधान जुनून मिश्री, उत्क्रमित मध्य विद्यालय जयप्रकाश नगर के प्रधान दीपक तिवारी ने बताया कि उनके विद्यालय में हड़ताल का कोई असर नहीं है. नियमित शिक्षक विद्यालय आते हैं. पढ़ाई भी हो रही है. नियोजित शिक्षक शिक्षण कार्य में नहीं है. प्रधानाध्यापकों ने बताया कि हड़ताल के प्रथम व द्वितीय दिन हड़ताली शिक्षकों ने विद्यालय संचालन में थोड़ा बहुत बाधा उत्पन्न की थी, पर विद्यालय नियमित संचालित किया जा रहा है. उत्क्रमित मध्य विद्यालय में बच्चों की संख्या में कमी है. विद्यालय के प्रधानों ने बताया कि विद्यालय का नया सत्र शुरू हुआ है. नामांकन व स्थानांतरण प्रमाण पत्र देने का कार्य जारी है. पठन-पाठन में गति अभी नहीं आयी है.
अभिभावकों में पनप रहा है आक्रोश: नियोजित शिक्षकों की हड़ताल के कारण एक सप्ताह से विद्यालय बंद रहने से अभिभावकों में भी आक्रोश पनपने लगा है. अभिभावकों के दबाव से विद्यालय संचालित होने लगा है. हड़ताली शिक्षकों के विरुद्ध अभिभावक एकजुट होने लगे हैं. डीइओ सत्येंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि हड़ताल के दौरान कितने विद्यालय में पठन-पाठन बाधित है इसकी सही जानकारी उन्हें नहीं है, पर उन्होंने सरकार को जो आंकड़ा भेजे हैं उसमें उन्होंने स्वीकार किया कि जिले में 65 प्रतिशत विद्यालय बंद है. 35 प्रतिशत ही पठन-पाठन जारी है. उन्होंने कहा कि किसी भी शिक्षक को विद्यालय बंद करने का अधिकार नहीं है. विद्यालय बंद कराने वाले शिक्षक के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी.