अररिया : आपदा जोखिम न्यूनीकरण को लेकर प्रखंड के मुखिया, सरपंच, वार्ड सदस्य, पंच, पंचायत समिति सदस्य, जिप सदस्य के प्रशिक्षण के नाम पर महज खानापूर्ति को लेकर अररिया प्रखंड में गुरुवार को जम कर हंगामा हुआ. जन प्रतिनिधियों ने प्रखंड प्रशासन द्वारा प्रशिक्षण की समुचित जानकारी नहीं देने और प्रशिक्षण के लिए आये वार्ड सदस्य व पंच को बिना प्रशिक्षण के निर्धारित राशि दिये जाने का विरोध किया. विरोध की अगुआई कर रहे वार्ड सदस्य संघ के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार झा ने कहा कि लोग किसी दूसरे से मिली जानकारी पर प्रशिक्षण में आ रहे हैं.
प्रशिक्षण की जगह आपदा न्यूनीकरण पर आधारित एक हेंड बुक थमा कर उन्हें राशि देकर लौटा रहे हैं. विरोध कर रहे लोगों ने कहा कि बाढ़ और भूकंप जैसे प्राकृतिक आपदा को लेकर अररिया अति संवेदनशील जिलों में शामिल है. जिले में हर साल आने वाली इन आपदा से बचाव के लिए लोगों को जरूरी प्रशिक्षण मिलना चाहिए. इतने गंभीर मामले पर प्रखंड प्रशासन का गैर जिम्मेदार रवैया को लेकर लोगों के विरोध के चलते राशि विरतण को टाल दिया गया. जानकारी मुताबिक जिला प्रशासन ने आपदा जोखिम न्यूनीकरण विषय पर प्रशिक्षण के लिए एक से दस अगस्त के बीच की तिथि निर्धारित की है. पूर्व से प्रशिक्षित मुखिया व सरपंच को जोखिम न्यूनीकरण प्रशिक्षण में मुख्य प्रशिक्षक बहाल किया गया है. गुरुवार को किस्मत खवासपुर, साहसमल व बटुरबाड़ी पंचायत के जन प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया जाना था. विरोध करने वालों में उपमुखिया संघ के हाजी तौहिद, उपमुखिया झबरू मिंया, वाहिद अंसारी, कौशल्या देवी, बिमलेश्वरी पासवान, मुस्ताक अंसारी सहित अन्य शामिल थे.