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विद्यार्थियों को दें योजनाओं की जानकारी, भरवाएं फाॅर्म : डीएम

नये वित्तीय वर्ष के लिए लक्ष्य निर्धारित, प्रक्रिया हुई सरल अररिया : सात निश्चय में शामिल राज्य के नीतीश सरकार की महत्वाकांक्षी आर्थिक हल, युवाओं को बल योजना के निर्धारित लक्ष्य प्राप्ति की पहल जिले में शुरू हो चुकी है. इस क्रम में गुरुवार को डीएम हिमांशु शर्मा ने बैठक कर शिक्षा विभाग को योजना […]

नये वित्तीय वर्ष के लिए लक्ष्य निर्धारित, प्रक्रिया हुई सरल

अररिया : सात निश्चय में शामिल राज्य के नीतीश सरकार की महत्वाकांक्षी आर्थिक हल, युवाओं को बल योजना के निर्धारित लक्ष्य प्राप्ति की पहल जिले में शुरू हो चुकी है. इस क्रम में गुरुवार को डीएम हिमांशु शर्मा ने बैठक कर शिक्षा विभाग को योजना के प्रति युवाओं को जागरूक व लाभान्वित करने का निर्देश दिया.
शिक्षा विभाग के अधिकारियों व प्लस टू स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के साथ डीआरडीए सभा भवन में हुई बैठक में डीएम ने कहा आर्थिक तंगी के कारण पढ़ाई छोड़ने की नौबत अब नहीं आनी चाहिए. क्योंकि वैसे परिवार के छात्रों के लिए ही राज्य सरकार ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड सहित अन्य दो योजनाएं शुरू की हैं. उन्होंने कहा कि मैट्रिक व इंटर के रिजल्ट आने के बाद एसएलसी लेने के लिए छात्र स्कूल जरूर पहुंचेंगे. लिहाजा उस समय ही स्कूल द्वारा उन्हें क्रेडिट कार्ड योजना के साथ साथ कुशल युवा व स्वयं सहायता भत्ता योजना की विस्तृत दे दे. ताकि छात्र-छात्राएं योजना का लाभ उठा सकें. डीएम स्कूल व मदरसा के प्रधानाध्यापकों को योजना के लाभ के लिए बच्चों को फार्म भरने के लिए समुचित सहयोग करने का भी निर्देश दिया.
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड में 600 का लक्ष्य. तीनों योजनाओं के तहत मिले नये लक्ष्य की जानकारी देते हुए जिला निबंधन एंव परामर्श केंद्र के प्रबंधक रवि कुमार ने बताया कि बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड में 600 छात्र-छात्राओं को शिक्षा ऋण मुहैया कराने का लक्ष्य दिया गया है. जबकि कुशल युवा कार्यक्रम के तहत छह हजार युवाओं को प्रशिक्षित करना है. वहीं मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत पांच हजार 402 युवाओं को लाभ दिये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
बैंकों का चक्कर नहीं, शिक्षा वित्त निगम गठित. डीआरसीसी के प्रबंधक द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत शिक्षा ऋण के प्रक्रिया बदल गयी है. अब छात्रों को बैंक की कृपा पर निर्भर नहीं राहना पड़ेगा. निबंधन तो डीआरसीसी में ही होगा. पर ऋण मुहैया कराने की जिम्मेदारी नव गठित बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम की हो गयी है. एक अप्रैल 2018 से शिक्षा वित्त निगम ने काम करना शुरू कर दिया है. जिला में भी कार्यालय खुल चुका है.
स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत 2720 को लाभ
बताया गया कि योजना शुरू होने के बाद से अब तक क्रेडिट कार्ड योजना के तहत कुल 218 छात्रों को बैंकों के माध्यम से ऋण दिया गया है. जबकि 2720 को स्वयं सहायता भत्ता का लाभ मिल चुका है. कुशल युवा कार्यक्रम तहत पड़े सात हजार 382 आवेदकों में से करीब तीन हजार 200 को प्रशिक्षण दिया गया है.
गुरुवार की बैठक में जिला योजना पदाधिकारी बिनोद कुमार, शिक्षा विभाग के डीपीओ चंद्र प्रकाश व डीआरसीसी के अधिकारियों के अलावा स्कूल व मदरसों के प्रधानाध्यापक शामिल हुए.
पढ़ाई पूरी होने के बाद ब्याज की गणना
जानकारी के मुताबिक स्टूडेंड क्रेडिट कार्ड योजना के तहत मिलने वाले ऋण पर केवल चार प्रतिशत ब्याज ही लिया जाता है. ब्याज की गणना निर्धारित कोर्स के पूरा होने के एक साल बाद से शुरू होती है.

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