अररिया : किसान सलाहकार संघ का अनिश्चिकालीन हड़ताल बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रही. अपनी मांगों के समर्थन में जिला कृषि कार्यालय परिसर आयोजित धरना में जिले भर के किसान सलाहकारों ने भाग लिया. धरना पर बैठे संघ के सदस्यों ने अपनी मांगों के समर्थन में जोर दार नारे लगाये. धरना को संबोधित करते हुए संघ के नेताओं ने कहा कि सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैया के कारण विरोध स्वरूप सामूहिक हड़ताल का निर्णय लिया गया है. जब तक सरकार संघ के तीन सूत्री मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार नहीं करता उनके विरोध का सिलसिला अनवरत जारी रहेगा. हड़ताल के दौरान विभागीय तौर पर महत्वपूर्ण किसान चौपाल के आयोजन,
किसान रजिस्ट्रेशन, बीज वितरण व खरीफ 2018 से जुड़े किसी भी अभियान से पूरी तरह दूर रहने की बात संघ के सदस्यों ने कही. सलाहकारों ने कहा कि हड़ताल के कारण तमाम विभागीय योजना सिरे से फ्लॉप हो रही है. बावजूद इसके गलत रिपोर्टिंग का सहारा लेकर विभाग अपनी पीठ धपधपाने में लगा है. पलासी प्रखंड में मंगलवार को आयोजित खरीफ महोत्सव का हवाला देते हुए संघ के जिला प्रवक्ता हीरा खान ने कहा कि महोत्सव में सात-आठ किसानों के साथ कुछ अधिकारी मौजूद थे. कार्यालय को भेजी गयी रिपोर्ट में 292 किसानों के साथ 19 विभागीय कर्मी की मौजूदगी रिपोर्ट में दर्शायी गयी.
इसी तरह किसान चौपाल के आयोजन में किसानों की भागीदारी को लेकर भी संघ के सदस्यों ने सवाल उठाये. विभाग के इस गैर जिम्मेदाराना रवैया व गलत रिपोर्टिंग के जरिये सरकार को गुमराह करने के प्रयास की एकजूटता से निंदा की गयी. इधर हड़ताल के दूसरे दिन बिहार अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोप गुट भी सलाहकार संघ की मांगों के समर्थन में खड़ा दिखा. संघ के जिलाध्यक्ष वानेश्वर वर्मा व सचिव मणिभूषण झा ने संयुक्त रूप से सलाहकार संघ की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि राज्य में वीएलडब्ल्यू व वीईडब्ल्यू के हजारों पद खाली है. सलाहकारों का समायोजन इसमें होना चाहिए.
धरना में सलाहकार संघ के जिलाध्यक्ष राजकिशोर, उपाध्यक्ष शंभु कुमार, अशित कुमार, मुरली मनोहर, चंदन कुमार, नीरज कुमार निराला, रंजीत कुमार, कंचन कुमार, मेराज शमीम, फरोज आलम, जाकीर हुसैन, अजीत कुमार, दिनेश कुमार, सुप्रिया कुमारी, गायत्री देवी, अंजु कुमारी सहित अन्य मौजूद थे.