अररिया : जनवरी की पहली तारीख से ठंड में आयी तेजी अब भी जारी है. जिले भर में ठंड का प्रकोप काफी बढ़ गया है. इंसान ही नहीं जानवरों पर भी इसका प्रभाव दिख रहा है. जानवरों को जहां प्रयाप्त चारा नहीं मिल पा रहा है. तो भीषण ठंड के कारण उनकी सेहत भी प्रभावित हो रही है. बुधवार को मौसम और भी सर्द रहा. घने कोहरे के कारण सुबह का पता भी लोगों को देर से चला. दिन चढ़ने के साथ मौसम थोड़ा साफ जरूर हुआ. सूर्य देव कुछ देर तक तो आंख मिचौली करते रहे. लेकिन दोपहर बाद वे भी बादलों की घनी चादर के तले दब गये. इधर सर्द पछुआ हवाओं का कहर बदस्तूर जारी रहा. सूर्य देव के गायब होने के बाद ठंड की ठिठुरन और बढ़ गयी. लोगों को जल्दी से अपने घरों में दुबकने के लिए मजबूर होना पड़ा.
लगातार तीन दिनों से तापमान में गिरावट जारी
अचानक बढ़ी ठंड से अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच का अंतर जिले में काफी कम हो गया है. बुधवार अब तक सबसे ठंड दिन साबित हुआ. बुधवार को न्यूनतम तापमान अपने नीचले स्तर आठ डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा. अधिकतम तापमान भी 20 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा. इससे पहले सोमवार और मंगलवार को जिलेवासी को भीषण ठंड का एहसास हुआ. तापमान में गिरावट पहली जनवरी से ही जारी है. इस पर फिलहाल विराम लगता नहीं दिख रहा है. अगले कुछ दिनों तक ठंड का कहर इसी तरह जारी रहने की उम्मीद जाहिर की जा रही है.
सताने लगी नौनिहालों के सुरक्षा की चिंता
अचानक बढ़ी ठंड से बुढ़े बुजुर्गों के साथ-साथ नौनिहालों के सेहत की चिंताएं काफी बढ़ गयी है. बड़ी संख्या में बूढ़े और बच्चे ठंड की चपेट में आकर इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं. बड़े-बूढ़े तो किसी तरह अलाव का इंतजाम कर अपनी ठंड भगा रहे हैं. लेकिन नौनिहालों को लेकर अभिभावक खास चिंतित हैं. नौनिहालों को कहीं ठंड न लग जाये. इसके लिए रूम हिटर से उन्हें गर्माहट दी जा रही है. साथ ही उनके खान-पान का खास ध्यान रखा जा रहा है. अभिभावक बच्चे की हर एक गतिविधि पर नजर रख रहे हैं. साथ ही बच्चों को सेहतमंद बनाये रखने के लिए जायफल और सितलोपादि से उपचार किया जा रहा है.