अररिया : अपराध नियंत्रण को प्राथमिकता देने वाली पुलिस के लिए अब प्राथमिकता सूची में शराब भी जुड़ गया है. नतीजा यह है कि दिन-रात पुलिस इसी फिराक में लगी रहती है कि कैसे शराबी, शराब कारोबारी, शराब तस्करों व शराबी को पकड़ा जाये. इसके बावजूद जिले के कई गांव में आज भी चुलाई शराब का धंधा चलता है. आज भी शाम ढलते ही शराब की होम डिलिवरी देने वाले सक्रिय हो जाता हैं. नेपाल व पश्चिम बंगाल से शराब का खेप भेजने वाले सक्रिय हैं.
कभी सब्जी लदे वाहन में छिपाकर तो कभी बोलेरो, स्कॉर्पियो को खास तरीके से शराब को भेजा जाता है. शराब पीकर हंगामा करते या फिर लड़खड़ाते कदमों के साथ रोज व रोज शराबियों की गिरफ्तारी भी होती है. सीमा पार से मदमस्त होकर आते शराबियों को भी पकड़ा जाता है. कई दर्जन बाइक, कई चार चक्का जो शराब लाने के उपयोग में जब्त किये गये. थाना में लगा हुआ है. पुलिस की प्राथमिकता में शुमार इस कार्रवाईयों से न तो शराब पीने वालों पर और न ही शराब बनाने वाले, शराब तस्करों में खौफ पैदा हुआ है.
आये दिन शराब के साथ-साथ अब नशे के सौदागर कोडीनयुक्त कफ सिरप का अवैध कारोबार का लंबा नेटवर्क बना डाले हैं. नशा के लिए गंधहीन कोडीनयुक्त कफ सिरप पी कर लोग मदमस्त हो जा रहे हैं. हालांकि कोडीन पीने वालों को यह पता नहीं कि शराब से भी ज्यादा नुकसानदेह है. पुलिस अमूमन प्रतिमाह कोडीनयुक्त कफ सिरप की बरामदगी करती तो है. लेकिन कारोबार अब भी जारी है. सवाल उठता है कि आखिर कब लगेगा इन कारोबार पर रोक. हालांकि पुलिस पूरी तत्परता से कार्रवाई कर रही है. पर, नशा के सौदागरों नया-नया तरीका कर कारोबार कर रहा है. चुलाई शराब का धंधा अब भी चल रहा है. वह भी तब जब पुलिस दिन-रात एक कर रखी है. आंकड़ों पर गौर करने से साफ हो जाता है कि न तो शराब पीने वालों और न ही शराब कारोबारियों में खाकी का खौफ पैदा हो पाया है.