शीतलहर के बावजूद समय पर खुला कार्यालय, पर आज भी अधिकारी पहुंचे लेट
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प्रखंड कार्यालय कुर्साकांटा का बदला सा दिखा नजारा
शीतलहर के बावजूद समय पर खुला कार्यालय, पर आज भी अधिकारी पहुंचे लेट आंगनबाड़ी कार्यालय में सुबह साढ़े 10 बजे पहुंची महिला पर्यवेक्षिका मनरेगा पीओ, समेत जीपीएस कार्यालय भी मिला खुला कृषि कार्यालय आज भी दोपहर 12 बजे तक रहा बंद अररिया : प्रभात खबर की पड़ताल के बाद एक बात तो हुई कि भीषण […]
आंगनबाड़ी कार्यालय में सुबह साढ़े 10 बजे पहुंची महिला पर्यवेक्षिका
मनरेगा पीओ, समेत जीपीएस कार्यालय भी मिला खुला
कृषि कार्यालय आज भी दोपहर 12 बजे तक रहा बंद
अररिया : प्रभात खबर की पड़ताल के बाद एक बात तो हुई कि भीषण शीतलहर के बावजूद प्रखंड मुख्यालय समय पर खुला मिला. शुक्रवार को जो कर्मी किसी कारण से अनुपस्थित दिखे थे. वे आज ससमय अपने कार्यालय में पहुंच कर कार्यों को निबटाते दिखे. सीडीपीओ कार्यालय में पर्यवेक्षिका निर्धारित समय में पहुंच कर उपस्थिति पंजी पर हाजिरी बनाती दिखीं. मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी भी ससमय पर अपने कार्यालय में पहुंच चुके थे. जीपीएस कार्यालय के पदाधिकारी भी ससमय अपने कार्यालय में पहुंचकर फाइलों को निबटाते दिखे. हालांकि बीडीओ व सीओ 11.30 बजे तक कार्यालय पहुंचे,
लेकिन वे भी प्रखंड मुख्यालय पहुंचने के साथ ही संबंधित कार्यों को निबटाने में लग गये. सीओ जहां फसल क्षतिपूर्ति को लेकर आवश्यक कार्रवाई का निर्देश देते दिखे. जनता दरबार भी थाना परिसर में निर्धारित समय से शुरू हो गया. हालांकि कृषि कार्यालय दोपहर 12 बजे तक बंद मिला, लेकिन कृषि कार्यालय के कर्मियों की बाइक जरूर कृषि कार्यालय के प्रांगण में लगी दिखी. वहीं आरटीपीएस कर्मी भी निर्धारित समय पर नहीं पहुंच पाये. शनिवार होने के कारण अपने निवासी व अन्य प्रमाण पत्र लेने के लिए आवेदकों की भीड़ जरूर लाइन में खड़ी दिखीं. आरटीपीएस कर्मियों ने बताया कि कुहरे के कारण थोड़ा लेट हो गया. ऑनलाइन जमाबंदी काउंटर पर भी शुक्रवार को अनुपस्थित दिखे कर्मी मनोज कुमार शनिवार को आवेदकों के आवेदन का निबटारा करते दिखे.
प्रखंड क्षेत्र में जहां खुले में शौच मुक्त बनाने को लेकर पदाधिकारी सुबह-सुबह ही जागरूकता फैलाने का दावा करते नजर आते हैं. वहीं दूर दराज से पहुंचने वाले लोगों को प्रखंड मुख्यालय में अगर शौच जाने की जरूरत महसूस हुई तो उन्हें खुले में शौच जाने के अलावा दूसरा कोई विकल्प मौजूद नहीं है. प्रखंड मुख्यालय में निर्मित कुछ शौचालय में जहां ताला बंद दिखा. वहीं खुले व दरवाजे विहीन शौचालय पूरे तरह से बदहाल नजर आये. हालात यही बयां करते दिखा कि ओडीएफ के लिए पंचायत में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है पर प्रखंड मुख्यालय की शौचालय व्यवस्था नहीं के बराबर है.
ओडीएफ को ले चल रहा जागरूकता अभियान
प्रखंड क्षेत्र में जहां खुले में शौच मुक्त बनाने को लेकर पदाधिकारी सुबह-सुबह ही जागरूकता फैलाने का दावा करते नजर आते हैं. वहीं दूर दराज से पहुंचने वाले लोगों को प्रखंड मुख्यालय में अगर शौच जाने की जरूरत महसूस हुई तो उन्हें खुले में शौच जाने के अलावा दूसरा कोई विकल्प मौजूद नहीं है. प्रखंड मुख्यालय में निर्मित कुछ शौचालय में जहां ताला बंद दिखा. वहीं खुले व दरवाजे विहीन शौचालय पूरे तरह से बदहाल नजर आये. हालात यही बयां करते दिखा कि ओडीएफ के लिए पंचायत में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है पर प्रखंड मुख्यालय की शौचालय व्यवस्था नहीं के बराबर है.
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