हैरत. बाढ़ में सब कुछ गंवा चुके लोगों को कैसे मिलेगी ठंड से निजात
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कंबल खरीदने के लिए नप के पास नहीं है बजट
हैरत. बाढ़ में सब कुछ गंवा चुके लोगों को कैसे मिलेगी ठंड से निजात पछुआ हवा ने ठंड बढ़ा दी है. पारा लुढ़क गया है. ऐसे में जरूरतमंद भगवान भरोसे अपनी ठंड भगायेंगे. अररिया : जिले में ठंड ने दस्तक दे दी है. जाहिर है ठंड का मौसम गरीब व फुटपाथ पर गुजर-बसर करने वाले […]
पछुआ हवा ने ठंड बढ़ा दी है. पारा लुढ़क गया है. ऐसे में जरूरतमंद भगवान भरोसे अपनी ठंड भगायेंगे.
अररिया : जिले में ठंड ने दस्तक दे दी है. जाहिर है ठंड का मौसम गरीब व फुटपाथ पर गुजर-बसर करने वाले लोगों के लिए परेशानी का सबब बन कर आता है. किसी प्रकार से पेट की अग्नि को शांत करने के बाद तन को गर्म कर पाना गरीबों के लिए मुश्किल होता है. इस वक्त उनकी निगाहें सरकार व जिम्मेदार प्रतिनिधियों पर टिकी होती है. लेकिन हर वर्ष सरकार व उसके नुमाइंदे की नजर तब पड़ती है,
जब ठंड के कारण एक-दो लोग अपनी जान गवां देते हैं. इस बार भी हालात कुछ ऐसे ही नजर आ रहे हैं. अभी तक ठंड को लेकर जिला प्रशासन की कोई बैठक नहीं हो पायी है. इधर, नप प्रशासन नप बोर्ड में ठंड को लेकर कार्य योजना तैयार करने की बात कह रहा है.
नप में कंबल खरीद की नहीं है योजना
नप अररिया के मुख्य पार्षद रितेश राय व इओ भवेश कुमार के अनुसार, नगर विकास विभाग ने ठंड में कंबल खरीद करने की योजना पर पिछले वर्ष से ही रोक लगा रखी है. इसलिए जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराये गयी राशि से ही कंबल की खरीद की जाती है. हालांकि अलाव खरीद करने के मद में जिला प्रशासन से प्राप्त राशि पर्याप्त नहीं होती है, तो स्टेंडिंग कमेटी के निर्देश पर क्रय समिति द्वारा अलाव के लिए जलावन की खरीद की जाती है. उन्होंने बताया कि अलाव के लिए जलावन की खरीद थोड़ी अधिक ठंड पड़ने पर की जाती है. लेकिन इस प्रस्ताव को होने वाले नप बोर्ड की बैठक में पारित करा लिया जायेगा.
कहते हैं जिम्मेदार: जरूरतमंदों को ठंड में मिलनी चाहिए कंबल
कंबल व अलाव को लेकर नप पार्षदों की अपनी-अपनी राय है. लेकिन सभी यह जरूर चाहते हैं कि सभी जरूरतमंद लोगों को ठंड में कंबल अवश्य मिलनी चाहिए. पार्षद नूर आलम उर्फ टिपू ने कहा कि वे पहली बार पार्षद के रूप में लोगों की सेवा कर रहे हैं. उन्हें यह जान कर हैरत हो रहा है कि राजस्व नप वसूले लेकिन आवश्यकता पड़ने पर शहरवासियों को एक कंबल तक उपलब्ध नहीं कराया जा सके. यह दुःखद है. वे नप बोर्ड की बैठक में लोगों के लिए कंबल व अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने की आवाज उठायेंगे. पार्षद प्रतिनिधि शशिभूषण झा ने कहा कि उनके वार्ड में भी आवश्यकतानुसार कंबल नहीं मिल पाता.
गरीब तबके के लोगों के बीच अपनी जेब से खरीद कर कंबल उपलब्ध कराता हूं. पार्षद प्रतिनिधि संजय अकेला ने कहा कि उनके वार्ड में लगभग 200 महादलित परिवार रह रहे हैं. बावजूद उन गरीब असहाय लोगों को कंबल नहीं उपलब्ध करा पाता हूं. क्योंकि नप के हाथों को नगर विकास विभाग ने बांध दिये हैं. जिला प्रशासन से मिलने वाली राशि ऊंट के मुंह में जीरा साबित होती है. पार्षद सुमित ठाकुर ने कहा कि कंबल की खरीद नगर परिषद द्वारा होनी चाहिए.
इसके लिए जरूरतमंदों का सर्वे कराना चाहिए. सूची के आधार पर कंबल का वितरण हो. फुटपाथ व बस स्टैंड पर रात के समय गश्ती कर जरूरतमंदों को कंबल उपलब्ध कराना चाहिए.
पार्षद प्रतिनिधि मासूम रेजा ने बताया कि बाढ़ के कारण उनके अल्पसंख्यक बाहुल्य वार्ड में अधिकांश लोगों के घरों के अनाज व कपड़े बह गये. अभी तो वे पेट भरने के लिए अनाज की ही व्यवस्था कर पाये हैं. शरीर ढकने के लिए कपड़े तो चाहिए. वे इसके लिए नप बोर्ड की बैठक में आवाज उठायेंगे.
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