अररिया : जोगबनी नगर पंचायत के टैक्स चोरी की राशि बढ़ती ही जा रही है. इओ के 48 घंटे की चेतावनी के बाद नप जोगबनी के कोष में टैक्स कलेक्टरों व संलिप्त कर्मियों द्वारा 17 लाख जमा करा दिये गये हैं. इसके बाद भी राशि जमा करने का सिलसिला जारी है. प्रभात खबर की खबर, […]
अररिया : जोगबनी नगर पंचायत के टैक्स चोरी की राशि बढ़ती ही जा रही है. इओ के 48 घंटे की चेतावनी के बाद नप जोगबनी के कोष में टैक्स कलेक्टरों व संलिप्त कर्मियों द्वारा 17 लाख जमा करा दिये गये हैं. इसके बाद भी राशि जमा करने का सिलसिला जारी है. प्रभात खबर की खबर, डीएम व इओ द्वारा दी गयी कार्रवाई की चेतावनी का परिणाम है कि संलिप्त कर्मी अपनी नौकरी बचाने के लिए दिन-रात एक कर राशि जमा करने में लगे हुए हैं, लेकिन इओ इससे संतुष्ट नहीं हैं.
बताया जाता है कि ऑडिटर भी ऑडिट में टैक्स के घपले को नहीं पकड़ पाये. यह घपला तो इओ द्वारा की गयी लेजर की जांच में सामने आया. जानकारी अनुसार एक टैक्स कलेक्टर द्वारा जमा कराये गये दो लाख दस हजार रुपये को उन्होंने बड़े सूझ-बूझ के साथ निकाल ही नहीं लिया, बल्कि उससे उस राशि को नप के कोष में जमा भी करा लिया. हालांकि ऑडिटर की नजर में भी उस चोरी की राशि पकड़ में नहीं आ पायी थी, लेकिन जो बातें निकल कर सामने आ रही हैं
उसके अनुसार पूर्व प्रभारी इओ को इस बात की जानकारी हुई थी कि टैक्स कलेक्टरों द्वारा टैक्स की राशि में घपलेबाजी की जा रही है. बताया जाता है इसके लिए उन्होंने संलिप्त कर्मियों को चेतावनी भी दी थी. लेकिन वे वह नहीं कर पाये जो वर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी ने कर दिखाया है. हालांकि उन्हें डीएम का भरपूर सहयोग मिल रहा है. जोगबनी की आम अवाम भी टैक्स चोरी में संलिप्त कर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगी है.
वार्ड वाइज जांच में 25 लाख तक पहुंच सकती है टैक्स चोरी की राशि
इओ ने अपने कार्यकाल के 09 महीने पीछे का लेजर खंगाला, तो मिला 20 लाख का घपला
पूर्व के प्रभारी इओ को भी थी जानकारी, दी थी राशि जमा करने की चेतावनी
शुक्रवार से शुरू होगी वार्ड वाइज जांच
इओ की जांच अपने कार्यकाल के 09 माह पीछे ही पहुंची, तो टैक्स के नाम पर हुए चोरी की राशि 20 लाख तक पहुंच गयी. अब जांच का दायरा वार्ड वाइज व टैक्स कलेक्टर वाइज होने की बात शुक्रवार से कही जा रही है. अगर ऐसा होता है तो टैक्स की राशि का घपला 25 लाख तक पहुंच सकता है. इओ ने अब तक कुछ बैंकों के स्टेंटमेंट मंगवा लिया है. इसकी वे गहनता से जांच कर रहे हैं. इस बीच खबर यह भी आ रही है कि उन पर राजनीतिक दबाव पड़ने शुरू हो गये हैं. इसलिए वे गुरुवार तक राशि रिकवरी का इंतजार करने के बाद शुक्रवार से वार्ड वाइज व टैक्स कलेक्टर वाइज लेजर की जांच शुरू करेंगे.
देना होगा पूरा हिसाब
इधर जांच से संबंधित पूछे गये सवाल के जबाव में इओ विनोद कुमार ने बताया कि उन्होंने अब तक के जांच के बाद यह पाया कि गबन की राशि 20 लाख तक पहुंच रही है. 17 लाख रुपये से अधिक राशि की रिकवरी संलिप्त कर्मियों से कर ली गयी है. अब शुक्रवार से वे वार्ड वाइज व टैक्स कलेक्टर वाइज लेजरों की जांच करेंगे. इसके बाद अगर गबन की राशि बढ़ती है तो ऐसे कर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई का भी निर्णय लेंगे.