पटना: भाजपा ने अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की आगामी 3 मार्च को बिहार के मुजफ्फरपुर शहर में आयोजित होने वाले रैली के लिए छोटा मैदान उपलब्ध कराकर उसे विफल बनाने की सजिश के पीछे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के होने का आज आरोप लगाया.
बिहार विधान परिषद में शून्यकाल के दौरान भाजपा सदस्य और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय के नरेंद्र मोदी की आगामी तीन मार्च को मुजफ्फरपुर में प्रस्तावित रैली के लिए जिला प्रशासन द्वारा सरकार के इशारे पर जानबूझकर छोटा मैदान उपलब्ध कराए जाने का आरोप लगाया गया. इस पर ग्रामीण कार्य मंत्री भीम सिंह के आपत्ति जताए जाने पर सदन में प्रतिपक्ष के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि उक्त रैली के लिए जो मैदान उपलब्ध कराया गया है उसमें 20 से 25 हजार से अधिक लोग नहीं बैठ सकते हैं.
उन्होंने कहा कि उक्त मैदान के बगल में पुलिस लाईन का मैदान खाली पडा है और पहले मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया था कि दोनों मैदान दिया जाएगा फिर क्या कारण है रैली के लिए बाद में केवल छोटा मैदान आवंटित किया गया. सुशील ने कहा कि रैली में लाखों लोगों के आने संभावना को देखते हुए अगर वहां विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होगी तो उसके लिए कौन जिम्मेवार होगा.
उन्होंने कहा कि उक्त रैली के लिए राज्य सरकार उसके लिए बडा मैदान और पूरी सुरक्षा उपलब्ध कराए नहीं तो यही माना जाएगा कि वह जानबूझकर इसमें अडंगा लगा रही है क्योंकि वह नहीं चाहती है यह रैली हो पाए.सुशील कुमार मोदी के इस कथन के बाद भी सत्तापक्ष और भाजपा सदस्यों के बीच नोकझोंक जारी रहने के दौरान सभापति अवधेश नारायण सिंह द्वारा सदन की आगे की कार्यवाही जारी रखे जाने पर भाजपा सदस्यों ने सदन के वेशम में आकर सरकार विरोधी नारेबाजी शुरु कर दी.
इसी बीच जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन के इस मामले में नियमानुसार निर्णय लिए जाने की बात करते हुए कहा कि सरकार की उक्त रैली में किसी प्रकार की बाधा डालने की कोई मंशा नहीं है.बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने भी प्रदेश की सत्ताधारी जदयू सरकार पर मुख्यमंत्री के शह पर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की उक्त रैली को विफल बनाने की साजिश रचने का आरोप लगाया.उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 27 अक्तूबर को पटना के गांधी मैदान में आयोजित हुई नरेंद्र मोदी की रैली के लिए पूर्व में जिला प्रशासन ने आधा गांधी मैदान उपलब्ध कराया था पर बाद में भाजपा के विरोध जताए जाने पर पूरा मैदान उपलब्ध कराया गया.
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष 27 अक्तूबर को पटना के गांधी मैदान में आयोजित भाजपा की हुंकार रैली को नरेंद्र मोदी के संबोधित किए जाने के पूर्व हुए सिलसिलेवार धमाकों में छह लोगों की जान चली गयी थी.