पटना: शहर के नामी व्यवसायी मोहन कुमार खंडेलवाल के अपहृत इकलौते पुत्र शिवम को पटना पुलिस ने 10 घंटे के अंदर सकुशल मुक्त करा लिया. उसकी बरामदगी आरा के धनुपरा गांव से हुई है.वहां अपहर्ताओं ने बच्चे को वीरान स्थल पर बने गोदामनुमा मकान में छिपा कर रखा था. शिवम सेंट जोसेफ हाइस्कूल (भूतनाथ रोड) की नवमी कक्षा का छात्र है.
पुलिस ने दो अपहर्ताओं को गिरफ्तार किया है. इनमें एक पीरो के पचरुखिया निवासी प्रदीप कुमार पाठक कर्नाटक में पर्यटन विभाग में कार्यरत है, जबकि दूसरा अभिषेक सिंह झारखंड के सरांडा में सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन में पदस्थापित है. हालांकि, मोहन खंडेलवाल की सेंट्रो कार का चालक और घटना का मास्टरमाइंड गिरीश पाठक मौके स फरार हो गया. गिरफ्तार दोनों अपहर्ताओं के पास से दो पिस्टल, दो मैगजीन, आठ कारतूस व एक सेंट्रो कार बरामद की गयी है. प्रदीप व गिरीश चचेरा भाई हैं. छात्र के अपहरण के बाद मोहन खंडेलवाल के एक्जीबिशन रोड स्थित लार्ड शिवा होटल में कार्यरत रिसेप्शनिस्ट व मास्टरमाइंड की पत्नी अनामिका पाठक भी फरार है. मोहन कुमार खंडेलवाल केम्स सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हैं और इनका आवास कोतवाली थाने के बंदर बगीचा स्थित कौशल्या एस्टेट में है.
टेनिस खेलने जा रहा था, कर लिया अपहरण
शिवम का अपहरण शुक्रवार की शाम साढ़े चार बजे कर लिया गया. उस समय वह अपनी सेंट्रो कार से चालक गिरीश पाठक के साथ वीरचंद पटेल स्थित पटना क्लब में टेनिस खेलने जा रहा था. उसकी कार जैसे ही पटना क्लब के सामने स्थित रोड ब्रेकर के पास पहुंची, वैसे ही चालक ने कार को काफी धीमा कर दिया. इसी दौरान हथियार से लैस दो अपहर्ता प्रदीप कुमार पाठक व अभिषेक सिंह कार का गेट खोल कर अंदर घुस गये. दोनों ने शिवम को अपने कब्जे में ले लिया और गिरीश ने कार को बेली रोड की ओर मोड़ लिया और दानापुर होते हुए आरा के लिए निकल गये. वहां शिवम को धनुपरा स्थित वीरान स्थल पर स्थित गोदाम जैसे मकान में ले गया और एक कमरे में उसे बंद कर दिया. अपहर्ताओं ने शिवम को हथियार दिखाते हुए शांत रहने व शोर करने पर जान से मारने की धमकी दी.
दो करोड़ की मांगी थी फिरौती
व्यवसायी मोहन कुमार खंडेलवाल के मोबाइल पर शाम 7:40 बजे किसी ने फोन किया कि उनके पुत्र का अपहरण कर लिया गया है. अगर शनिवार की दोपहर दो बजे तक दो करोड़ का इंतजाम नहीं हुआ, तो उसे मार दिया जायेगा. व्यवसायी की शिवम से बात करायी गयी. उन्होंने कहा कि बेटा चिंता मत करो, सब ठीक हो जायेगा. इसके बाद वह आठ बजे एसएसपी के पास पहुंचे व जानकारी दी.
घटना की जानकारी मिलते ही इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, एएनपीआर कैमरे की मदद ली गयी और तुरंत ही सफलता मिली. अन्य अपहर्ताओं की तलाश में छापेमारी की जा रही है.
सुशील एम खोपड़े,जोनल आइजी, पटना