पटना/गोपालगंज: शनिवार को बिहार के लोगों को एक साथ कई परियोजनाओं की सौगात मिली. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गोपालगंज के बंगराघाट में गंडक नदी पर महासेतु की आधारशीला रखी, तो पटना में गंगा किनारे बनने वाले अंतरराष्ट्रीय कंवेंशन सेंटर और ज्ञान भवन का काम शुरू कराया. इसके अलावा 17 जिलों में स्टेडियम की परियोजना का भी शुभारंभ किया. रविवार को मुख्यमंत्री सोन नदी पर दाउदनगर व नासरीगंज में बनने वाले पुल की आधारशीला रखेंगे.
बंगराघाट में मुख्यमंत्री ने कहा, धैर्य रखें, तीन-चार वर्षो में हर घर में पर्याप्त बिजली मिलेगी. हर घर में बिजली पहुंचा कर ही दम लूंगा. कुछ साल पहले बिजली के तार पर कपड़ा सूखता था, पर आज उसमें करंट दौड़ने लगी है. कल तक बिहार में पांच से सात सौ मेगावाट बिजली मिलती थी. आज 3000 मेगावाट बिजली मिल रही है. साल के अंत तक बिहार खुद 4000 मेगावाट बिजली की व्यवस्था करने लगेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा, 15 अगस्त, 2012 को मैंने एलान किया था कि बिजली की स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो 2015 में वोट मांगने नहीं जाऊंगा. आज जिला मुख्यालयों में 24 घंटे बिजली मिल रही है. अब यह सुविधा अनुमंडल व प्रखंड मुख्यालयों में दी जायेगी. उन्होंने कहा कि गंडक नदी पर बननेवाला महासेतु से एक किनारे से दूसरा किनारा ही नहीं जुड़ेगा, बल्कि आपसी प्रेम, भाईचारा भी बढ़ता है. अब तक पुल निगम ने 12 हजार से अधिक सेतु और महासेतु का निर्माण कराया है.
शाम में मुख्यमंत्री ने पटना के सिंचाई भवन स्थित अधिवेशन भवन से 2129 करोड़ रुपये की लागत की कई परियोजनाओं का कार्यारंभ एक साथ कराया. इनमें विभिन्न जगहों पर फुटबॉल स्टेडियम, इंडोर स्टेडियम, कला भवन आदि शामिल हैं. पूर्णिया में कला भवन का जीर्णोद्धार होगा, तो मुजफ्फरपुर, पू. चंपारण, प. चंपारण, सीतामढ़ी, समस्तीुपर, अररिया, मुंगेर, लखीसराय, जमुई, बेगूसराय, गया, भागलपुर, नालंदा, बक्सर, भोजपुर, रोहतास और मधुबनी में स्टेडियम बनेगा. गुरुआ के डुब्बा में बिखरे पुरावशेषों के रखरखाव के लिए निर्माण कार्य का भी कार्यारंभ हुआ. इस मौके पर भवन निर्माण मंत्री दामोदर रावत, विधायिका पूनम देवी मुख्य सचिव एके सिन्हा, विभागीय सचिव चंचल कुमार, अपर सचिव गंगा कुमार, अहलुवालिया कंस्ट्रक्सन के बिक्रमजीत सिंह अहलुवालिया आदि मौजूद थे.