पटना: पहले वसंत पंचमी से होली तक फगुनाहट का असर गीतों में दिखता था. इस दौरान ऑटो में फूहड़ गीत सुनने को मिलते थे. लेकिन, अब तो शहर में चलने वाले ऑटो में सालों भर फूहड़ गीत बजते हैं, वह भी तेज आवाज में. इसका विरोध करने पर चालक का टका-सा जवाब होता है कि अगर पसंद नहीं है, तो उतर जाइए या दूसरा ऑटो पकड़ लीजिए. ऑटो में महिला यात्री के होने पर चालक का तेवर कुछ और ही देखने को मिलता है.
कार्रवाई के बाद भी बेअसर
राजधानी में जीपीओ से फुलवारीशरीफ व बेली रोड में चलने वाले ऑटो खास कर मिनी डोर व पियाजियो में फूहड़ गीत सुनने को खूब मिलते हैं. यही स्थिति पुराने बाइपास पर भी देखने-सुनने को मिलता है. बेली रोड में हड़ताली मोड़ और वीरचंद पटेल पथ में आरब्लॉक चौराहे के बाद चालक गाने का वॉल्यूम तेज कर देता है. फूहड़ गीत बजने पर ऑटो में महिलाएं व लड़कियां काफी संकोच करती हैं. महिला यात्री के कहने का असर भी चालक पर नहीं होता है. ऐसा भी नहीं है कि ऑटोचालकों पर इसे ले कर जुर्माना नहीं हुआ है, लेकिन चालक सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. जीपीओ से फुलवारीशरीफ व बेली रोड दानापुर में चलनेवाले ऑटो, मिनी डोर, पियाजियो की संख्या लगभग चार हजार है. हालांकि, ऑटो चालक संघ सहित प्रशासन की सख्त हिदायत व कार्रवाई के बाद कुछ ऑटो में गाना बजाना बंद है, लेकिन मैक्सिमम चालकों पर इसका कोई प्रभाव नहीं है.
पटना जिला ऑटो रिक्शा चालक संघ के महासचिव राज कुमार झा ने कहा कि ऑटो में गाना बजाने का प्रावधान नहीं हैं. मोटर वाहन एक्ट में वाहनों में गाना बजाना नहीं हैं, लेकिन बसों में गाना बजता है. इसकी देखा-देखी छोटे व्यावसायिक वाहन चालक करते हैं. सार्वजनिक क्षेत्र में फूहड़ गाना का प्रयोग नहीं होना चाहिए. प्रीपेड ऑटो चालक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष नवीन मिश्र ने कहा कि फूहड़ गाना बजाने वाले चालक पर कार्रवाई होनी चाहिए.
.. तो दूसरा ऑटो ले लीजिए मैडम
हो गईल वा प्यार ओढ़निया वाली से..लगावेला तू जब लिपस्टिक ..लव लाइट वा .. कुछ इसी तरह के अश्लील व कान फाड़ गानों का सामना यहां के ऑटो में महिला यात्रियों व लड़कियों को रोज करना पड़ता है. ऑफिस या कॉलेज के लिए घर से निकलते ही ऑटो में बैठने की उनमें हड़बड़ी रहती है. जो कोई भी ऑटो रुका उसमें बैठने की मजबूरी होती है, ताकि पहुंचने में देर न हो जाये. ड्राइवर सवारी बैठाते ही तेज आवाज में गाना बजाना शुरू कर देता हैं. कई तो चुपचाप बैठ ङोल लेती हैं, लेकिन कोई इसका विरोध करते हुए ऑटो वाले भइया से अनुरोध करती है, तो उसे यही सुनना पड़ता है कि कोई दूसरा ऑटो ले लीजिए मैडम जी. हद तो तब हो जाती है. जब कोई महत्वपूर्ण कॉल उनके मोबाइल फोन पर आ जाता है. तब महिला यात्री को ड्राइवर पर चिल्ला कर बाजा बंद करने के लिए कहना पड़ता है.
क्या कहते हैं अधिकारी
डीटीओ दिनेश कुमार राय ने कहा कि मोटर वाहन एक्ट में धारा 179 के तहत पांच सौ रुपये जुर्माने का प्रावधान है. ऐसे ऑटोचालकों के खिलाफ यात्री भी वाहन का नंबर नोट कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं. उन शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जायेगी. वहीं, ट्रैफिक एसपी राजीव मिश्र कहते हैं कि ऑटो चालक संघ के प्रतिनिधियों के साथ कई बिंदुओं पर विचार-विमर्श हुआ है. संघ के द्वारा चालकों को जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हफूहड़ गाना बजाने वाले चालक पर कानून सम्मत कार्रवाई होगी. यातायात पुलिस को भी इस पर नजर रखने का निदेश दिया गया है.