पटना:भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने नये ब्लाक को वामदलों के लिए आत्मघाती बताते हुए आज कहा कि इसमें लगे दोनों वामदलों को समझना चाहिए नीतीश भरोसेमंद नहीं हैं. पटना में आज संवाददाताओं से दीपांकर ने कहा कि आम आदमी पार्टी की मिसाल देते हुए ऐसे दौर में नए-नए दल उभरकर सामने आ रहे हैं और उसे भी समर्थन मिल रहा है. वैसे में ‘घिसी-पिटी’ पार्टियों और बदनाम चेहरों के साथ मिलकर चलना यह वाम के लिए बिल्कुल ही गलत और आत्मघाती कदम है और अगर वाम दल को अपने विचारधारा के साथ खडे होकर नए दलों के साथ उनके लिए नई जगह बनेगी.
उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रीय दलों को लेकर ब्लाक बनाए जाने की बात की जा रही अपने-अपने राज्यों में जहां वे सत्ता में हैं, उनकी भूमिका पर लोगों में सवाल है और वह भरोसेमंद नहीं है. दीपांकर ने इस कोशिश में स्वयं के शामिल नहीं होने की बात करते हुए कहा कि चाहे वह बिहार में नीतीश कुमार के शासन से जनता नाखुश है और उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के सवाल को लेकर अखिलेश यादव की सरकार कटघरे में है तथा उडीसा की नवीन पटनायक सरकार के खिलाफ भूमि अधिग्रहण को लेकर लोग संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये क्षेत्रीय पार्टियां राष्ट्रीय स्तर पर क्या सकारात्मक विकल्प दे सकते हैं. इसका कहीं से भी कोई स्पष्ट संकेत नहीं है और जनता भी उन पर भरोसा नहीं कर सकती है. ऐसे में इस तरह के ब्लाक के गठन का कोई वैचारिक और राजनीतिक आधार नहीं है.