पटना: खाद्य सुरक्षा की दिशा में बिहार ने एक बड़ा कदम बढ़ाया है. राज्य के विभिन्न स्थानों पर अनाज के भंडारण के लिए भवन निर्माण विभाग, बिहार राज्य भवन निर्माण निगम, बिहार राज्य भंडार निगम व सहकारिता विभाग द्वारा निर्मित व निर्माणाधीन 509 गोदाम व 85 बायोमास गैसीफायर आधारित राइस मिलों का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को उद्घाटन किया और 2187 गोदामों का शिलान्यास किया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा, अब न तो किसानों को अपना अनाज बेचने के लिए दूर जाना पड़ेगा और न ही किसानों से पैक्स के माध्यम से खरीदे जानेवाले अनाज के भंडारण की समस्या रहेगी. पैक्स के माध्यम से अनाज की खरीद, उठाव, भंडारण, ढुलाई और वितरण की समस्याओं का एक साथ निदान होगा.
उन्होंने कहा कि बिहार में अनाज के भंडारण की बहुत विकट समस्या थी. राज्य सरकार ने वर्ष 2012 में कृषि रोडमैप के तहत 17 विभागों के माध्यम से कृषि व खाद्य सुरक्षा को लेकर एक बड़ा लक्ष्य निर्धारित किया है. पहली फरवरी से राज्य में लागू हो रहे खाद्य सुरक्षा कानून के तहत लोगों को स्थानीय स्तर पर ही अनाज उपलब्ध कराया जा सकेगा. इससे अनाज की ढुलाई के खर्च में काफी कमी आयेगी. राज्य में चावल मिलों की कमी के कारण मिलिंग का काम नहीं हो पाता था और किसानों के पास भंडारण की क्षमता नहीं रहने से धान बरबाद हो जाता था. लेकिन, अब बायोमास गैसीफायर राइस मिलों से कई तरह की समस्याओं का एक साथ निदान हो जायेगा. मिलिंग व भंडारण की सुविधा हो जाने के बाद स्थानीय स्तर पर ही जनवितरण प्रणाली के तहत अनाज उपलब्ध कराया जायेगा.
मजबूत पहल
खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक ने कहा कि गोदामों के निर्माण से हम खाद्य सुरक्षा को लेकर स्वावलंबन की तरफ बढ़ चुके हैं. भवन निर्माण मंत्री दामोदर रावत ने कहा कि गोदामों के निर्माण से राज्य ने कृषि रोडमैप के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में एक मजबूत पहल की है.
इससे पहले समारोह को खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रधान सचिव शिशिर सिन्हा ने कहा कि कृषि रोडमैप के सफल क्रियान्वयन में यह मील का पत्थर साबित होगा. मौके पर मुख्य सचिव एके सिन्हा समेत राज्य के क ई वरिष्ठ अधिकारी, पैक्स सदस्य व अन्य लोग मौजूद थे.