पटना: पूर्व नगर विकास मंत्री और भाजपा नेता प्रेम कुमार तथा विधायक विजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को जदयू को दल-बदलुओं की पार्टी करार दिया. दोनों नेताओं ने कहा कि जदयू में आये अधिकतर नेता दल बदल कर आये हैं. उनकी मनोवृत्ति जंगल राज की अवधारणा से ओत-प्रोत है.
उन्होंने कहा कि कुछ नेता तो कई दलों का स्वाद चखने के बाद आज नीतीश कुमार की चाटुकारिता में लगे हैं. ऐसे ही नेताओं में पंचायती राज मंत्री भीम सिंह भी हैं. यही नहीं, जदयू के वक्ता-प्रवक्ता भी कभी राजद के पुराने सिपहसालार रहे हैं. 18 सदस्यीय वर्तमान सरकार के आठ मंत्री, तो राजद से आयातित हैं. उनकी मनोवृति कैसी होगी, यह कोई भी समझ सकता है. रिटायर्ड नौकरशाहों के भाजपा की ओर मुखातिब होने से न जाने क्यों जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी को मिरची लग रही है?
उन्हें तो इस बात पर चिंतन करना चाहिए कि उनकी पार्टी में साफ-सुथरी छविवाले नेता क्यों कम पड़ गये हैं. सिर्फ दुर्नाम अपराधी ही जदयू की तरफ क्यों बढ़ रहे हैं?हालात ऐसे क्यों बन रहे हैं कि अपराधी छविवाले नेताओं की सदस्यता रद्द करने को जदयू को बाध्य होना पड़ रहा है.