पटना: अस्पताल से बच्चा चोरी के बाद पटना के नेहरू नगर की 25 वर्षीया पिंकी देवी अवसाद में है. मंगलवार शाम अस्पताल से आने के बाद अपने कमरे में अकेली निढाल पड़ी रहती है. उसका शरीर पीला पड़ चुका है. आंखों के आंसू सूख चुके हैं. उसकी नजरें बच्चे को तलाश रही हैं. पिंकी अपनी पीड़ा को बयां तक नहीं कर पा रही है. जन्म से चार घंटे के अंदर ही जिगर के टुकड़े के बिछड़ जाने का दर्द उसे अंदर-ही अंदर सता रहा है. बस घर में आनेवाले सभी सदस्यों व मीडिया बंधुओं से हाथ जोड़ करबच्च लाने की मांग कर रही है. बार-बार एक ही रट है – ‘बऊआ आ जायेगा न..’ मालूम हो कि पिंकी ने बीते सोमवार को पीएमसीएच अस्पताल में रात
जच्चाऔरबच्चादोनों ही स्वस्थ थे. अगले दिन मंगलवार को अस्पताल से छुट्टी भी मिलनेवाली थी. बच्चे की नानी पानवती देवी उसे गोद में संभाल कर रखी थी. अस्पताल में बेड के पास बैठी महिला उस बच्चे को प्यार से पुचकार रही थी. उसे गोद में भी ली. इसी बीच, जब पिंकी बाथरूम गयी, तो आरोपित महिला ने उसकी मां को कागज लाने के बहाने डॉक्टर के पास भेज दिया. मां बच्चे को आरोपित महिला की गोद में दे कर कागज लाने अंदर गयी. इतने में आरोपित महिला बच्च लेकर गायब हो गयी.
जी भर निहार भी नहीं सकी थी : पिंकी कहती है कि अपने लाल को मैं गोद तक में नहीं ले सकी. उसे जी भर निहार तक न सकी. पता नहीं कहां है, कैसा है मेरा बच्च? कोई मेरा बच्च ला दे, चार घंटे भी नहीं रह सका हमारे बीच. मेरे बेटे पर उस दाई (महिला) की बुरी नजर थी. गोद में बऊआ को संभालनेवाली महिला उसे ले भागी. भगवान उसका भला नहीं करेगा. डॉक्टर की मिलीभगत है.