हुंकार रैली पर भाजपा का नया खुलासा, रविशंकर प्रसाद ने कहा
पटना : 27 अक्तूबर को गांधी मैदान में हुंकार रैली के दौरान सीरियल ब्लास्ट को लेकर भाजपा और राज्य पुलिस आमने–सामने हैं. भाजपा ने एक और खुलासा करते हुए कहा कि रैली के दिन एक डीएसपी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को मंच पर जाने से रोका था.
इस पर वहां मौजूद पार्टी नेताओं ने जब उनसे पूछा कि हम मंच पर नहीं जायेंगे, लेकिन आपके पास मैदान से भीड़ को सुरक्षित बाहर निकालने का क्या प्लान हैं, तो डीएसपी ने कहा कि उन्हें इस मसले पर वरीय अधिकारियों से बात करनी होगी. यह बात कह कर वह गयीं, तो फिर नहीं लौटीं.
राज्यसभा में भाजपा के उपनेता रविशंकर प्रसाद ने रविवार को कहा कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को लेकर जब पार्टी नेता गांधी मैदान पहुंचे, तब वहां विशेष रूप से तैनात मसौढ़ी की डीएसपी शीला ईरानी ने पार्टी नेताओं को मंच पर जाने से मना किया.
इस पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने डीएसपी से पूछा कि आपके पास इतनी बड़ी भीड़ को मैदान से सुरक्षित बाहर निकालने का क्या प्लान है, दिखाइए. इस पर डीएसपी ऑन स्पेशल ड्यूटी ने कहा कि इसके लिए उन्हें अपने वरीय अधिकारियों से बात करनी होगी.
सीनियर अधिकारियों से बात करने के नाम पर डीएसपी गयीं, तो लौट कर नहीं आयीं. एडीजी के बयान पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सीरियल ब्लास्ट में छह लोग मारे गये. 75 से अधिक घायल हुए. यह आपराधिक कार्रवाई है. इंडियन मुजाहिदीन और उनके आकाओं को मालूम है कि बिहार उनका चरागाह है और यहां की पुलिस मन मार कर ही सही, पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकती है.
मैंने नहीं रोका : डीएसपी
इधर, भाजपा के इस खुलासे को डीएसपी शीला ईरानी ने खारिज कर दिया है. उन्होंने प्रभात खबर से कहा कि रैली के दिन वह गांधी मैदान में तैनात थीं, लेकिन भाजपा नेताओं को गांधी मैदान या मंच पर जाने से नहीं रोका था. डीएसपी ने कहा कि उनकी ड्यूटी मंच के बाहर लगी थी.
एडीजी का बयान बेतुका : नंदकिशोर
एडीजी मुख्यालय रवींद्र कुमार के बयान को विधानसभा में विपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने बेतुका करार दिया है. रविवार को उन्होंने कहा कि पुलिस ने गांधी मैदान में ब्लास्ट के बाद कई नेताओं को न जाने की सलाह दी थी, लेकिन नेताओं ने अपनी जान की परवाह नहीं की और रैली को संबोधित किया. भाजपा नेता किसी तरह की अशांति नहीं बनाना चाहते थे. बम फूटा गया, यह कह कर क्या पार्टी नेता माहौल बिगाड़ते? क्या माहौल बनता, इसकी कल्पना कोई भी कर सकता है.
किसी नेता को रैली में जाने से नहीं रोका गया था : एडीजी
पटना : बिहार पुलिस के प्रवक्ता व एडीजी (मुख्यालय) रवींद्र कुमार ने रविवार को कहा कि बिहार पुलिस ने किसी भी नेता को हुंकार रैली को संबोधित करने से मना नहीं किया था. पुलिस के हर स्तर के अधिकारियों से इस संबंध में तफतीश कर ली गयी है.
संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेताओं के हवाले से जारी बयान में कहा गया है कि हुंकार रैली में बम विस्फोटों को देखते हुए बिहार पुलिस ने पार्टी के शीर्ष नेताओं को रैली में जाने से रोका था.
लेकिन, इसमें कोई सच्चई नहीं है. गौरतलब है कि भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शनिवार को एक टीवी चैनल पर कहा था कि बिहार पुलिस ने हुंकार रैली में जाने से शीर्ष नेताओं को रोका था.
किसी राज्य पुलिस विशेष के बारे में नहीं बोला था: राजनाथ
पटना : भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शनिवार को यह कहते हुए खलबली मचा दी थी कि पटना हवाई अड्डे पर तैनात बिहार पुलिस अधिकारियों ने गांधी मैदान स्थित रैली स्थल पर जाने को मनाही की थी.
एडीजी (मुख्यालय) ने इसका खंडन किया. इसके बाद राजनाथ सिंह अपने बयान पर नरम होते दिखे. राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा, मना करनेवाले पुलिस अधिकारियों में आइबी के अधिकारी भी थे, गुजरात पुलिस के अधिकारी थे और बिहार पुलिस के भी लोग थे.
बिहार पुलिस के खंडन के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इस मसले पर राजनाथ सिंह से बातचीत की. उन्होंने राजनाथ सिंह के हवाले प्रभात खबर को बताया कि किसी स्पेशिफिक राज्य पुलिस के बारे में उन्होंने ऐसा नहीं कहा था. हवाई अड्डे पर जिन पुलिस अधिकारियों ने गांधी मैदान जाने से मना किया था, उनमें बिहार और गुजरात पुलिस के साथ आइबी के अधिकारी भी शामिल थे.