हाजीपुर : बिहार के वैशाली जिले में पिछले सात नवंबर से लापता एक किशोरी का शव बरामद होने से आक्रोशित लोगों द्वारा आज विदुपुर थाना पर पथराव में चार पुलिस कर्मी तथा इसके बाद की गयी जवाबी पुलिस कार्रवाई में तीन ग्रामीण घायल हो गए. थाना प्रभारी चंदन कुमार ने बताया कि हरपुर गोपाल गांव से पिछले सात नवंबर से लापता एक दलित किशोरी (12)का कल शाम उसी गांव के चौर से शव बरामद हुआ था.
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा शव के अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रुपये दिए जाने के साथ मृतक के परिजन की मांग पर मुआवजे के तौर पर पांच लाख रुपये दिए जाने तथा उस गांव में शीघ्र एक पुलिस पिकेट स्थापित किए जाने की घोषणा की गयी थी. चंदन ने बताया कि जिलाधिकारी की इस घोषणा के बावजूद ग्रामीणों ने विदुपुर थाना का घेराव कर पथराव और बमबारी शुरु कर दी जिसमें सहायक अवर निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह और आरक्षी शीतल दास, धर्मवीर कुमार और ब्रजेश जख्मी हो गए.
हिंसा पर उतारु भीड को नियंत्रित करने के लिए पुलिस द्वारा आंसू गैस और हवाई फायरिंग किए जाने पर भी जब वे नहीं माने तो उन्हें हल्का बल का प्रयोग कर खदेड दिया गया. पुलिस कार्रवाई में नामानगर गांव के निवासी सुधीर पासवान एवं भरत प्रसाद तथा सुल्तानुपर गांव के रघुवीर प्रसाद के घायल होने की सूचना है. हिंसा पर उतारु आठ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है तथा इस सिलसिले में 18 नामजद और दर्जनों अज्ञात लोगों के खिलाफ स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. विदुपुर थाना अध्यक्ष चंदन कुमार ने बताया कि मृतक किशोरी की मां ने अपनी पुत्री की हत्या मामले में हरपुर गोपाल गांव के ही चार लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है. चारों आरोपी फरार हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है.
उन्होंने बताया कि हरपुर गोपाल गांव में पुलिस पिकेट की तैनाती कर दी गयी है और हाजीपुर के अनुमंडल अधिकारी चंद्रशेखर सिंह वहां कैम्प किए हुए हैं. उल्लेखनीय है कि गत 23 सितंबर को पडोसी गांव इंगलिश खजवट्टा में एक लडकी के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गयी थी और इस मामले में भी किसी को गिरफ्तार करने में अभी तक पुलिस कामयाब नहीं हो पायी है.