पटना: मायके से तीन लाख रुपये नहीं लाने के कारण उमेश राय ने पत्नी गुड़िया देवी (30) की तेज हथियार से काट कर व सिर कुचल कर हत्या कर दी. घटना दीघा थाने के पोलसन के समीप की है. हत्या करने के बाद पति उमेश फरार है. गुड़िया का मायके दीदारगंज थाने के बांस तल गांव में है. दोनों की शादी करीब 11 साल पहले हुई थी.
गुड़िया की हत्या उमेश ने दो-तीन दिनों पहले ही कर दी थी. शुक्रवार को उसने गुड़िया के भाई पलटू राय को फोन पर यह जानकारी दी. कहा कि मैंने तुम्हारी बहन की हत्या कर दी है. लाश ले जाकर अंतिम संस्कार कर दो. फोन आने के बाद पलटू अपने बड़े भाई राजू के साथ तुरंत दीघा थाने पहुंचा और पुलिस को जानकारी दी. इसके बाद दोनों रमेश के घर पहुंचे. वहां ताला लटक रहा था. ताले को तोड़ा गया, तो अंदर गुड़िया की लाश पड़ी थी. उसके शरीर पर तेज हथियार से काटे जाने के कई निशान थे.शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया गया है.
तोड़ दिये थे हाथ-पैर
गुड़िया की हत्या बड़ी बेरहमी से की गयी थी. ऐसा प्रतीत होता है कि उमेश ने हथौड़े से मार कर पहले उसके हाथ-पैर तोड़े और फिर सिर को कुचल दिया गया हो. पुलिस ने घटनास्थल से खून से सना हथौड़ा व लोहे के रॉड भी बरामद किये हैं.
गुड़िया की बड़ी बहन से की थी पहली शादी
राजू ने बताया कि उमेश की पहली शादी उसकी बड़ी बहन रानी से वर्ष 1997 में हुई थी. उससे दो बच्चे अभिषेक व स्वीटी कुमारी हुए. वर्ष 2000 में उसकी बहन रानी की मौत बीमारी के कारण हो गयी. रानी की मौत के बाद उमेश की शादी उसकी छोटी बहन गुड़िया से कर दी गयी. गुड़िया से भी उमेश को एक लड़का आशीष हुआ. उमेश दोनों बच्चों को हॉस्टल में रख कर पढ़ाता था. वहीं, स्वीटी अपने ननियाल दीदारगंज में रह कर पढ़ाई करती थी.
भगीना के साथ रहता था उमेश
उमेश पोलसन में अपने भगीना अनिल राय के साथ रहता था. उसकी मां बेउर थाने के बतौरा गांव में बेटी के साथ रहती है. उमेश के पिता की मौत पहले ही हो चुकी है. वह भाइयों में अकेला है. उसकी दीघा में रवींद्र मेडिकल हॉल नाम से दवा की दुकान है. दीघा थानाध्यक्ष पीके झा ने बताया कि भाई राजू के बयान पर पति उमेश राय व भगीना अनिल राय के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है. हत्या के बाद दोनों आरोपित फरार हैं. उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.
2000 में हुई थी शादी
गुड़िया के बड़े भाई राजू ने बताया कि उमेश दीघा में ही दवा की दुकान चलाता है. दोनों की शादी वर्ष 2000 में हुई थी. वह अक्सर गुड़िया को पैसे के लिए परेशान करता था. इसे लेकर दोनों में झगड़ा भी होता था. इस कारण ही गुड़िया काफी समय तक अपने मायके में रही थी. वर्ष 2007 में दहेज प्रताड़ना को लेकर उसने पटना सिटी व्यवहार न्यायालय में उमेश के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया था. करीब आठ महीने पहले समझौता हो जाने के बाद गुड़िया फिर से रमेश के घर रहने चली आयी. इधर, उमेश फिर से गुड़िया को पैसे के लिए तंग करने लगा था. वह तीन लाख रुपये की मांग कर रहा था. पैसे नहीं लाने के कारण ही उसने गुड़िया की हत्या कर दी और शव को कमरे में बंद कर फरार हो गया.