पटना: राजगीर में 28-29 अक्तूबर को होनेवाले जदयू के सम्मेलन में लोकसभा चुनाव में तालमेल पर चर्चा होगी. पार्टी ने इसे राज्यस्तरीय सम्मेलन का नाम दिया है. शिविर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, सभी सांसद, विधायक, विधान पार्षद व प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों की मौजूदगी में चुनावी रणनीति तय होगी.
माना जा रहा है कि कांग्रेस से चुनावी तालमेल पर भी चर्चा होगी. राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के लगातार कांग्रेस से संबंधों से इनकार किये जाने के बाद राजगीर सम्मेलन में पार्टी का अगला रुख तय होना है. जदयू का एक तबका जदयू के अकेले चुनाव में उतरने की वकालत कर रहा है, जबकि दूसरे तबके की राय है कि कांग्रेस के साथ तालमेल होने पर मुसलिम मतों का लाभ जदयू को मिल सकता है.
भाकपा से भी बढ़ रही नजदीकी
भाजपा से अलग होने के बाद पहली जदयू के पास इस बार लोकसभा की सभी 40 सीटें हैं. 2009 के चुनाव में पार्टी ने 25 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. इनमें 20 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. इस बार जदयू का भाकपा से भी तालमेल के कयास लगाये जा रहे हैं. लेकिन, भाकपा ने खुल कर ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है. दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय महासचिव डॉ शकील अहमद यह कहते हैं कि कि अभी उनकी पार्टी ने यह तय नहीं किया है कि 2014 का लोकसभा चुनाव बिहार में उसे अकेले लड़ना है या किसी साथी दल के साथ.